तेहरान: ईरान में हिजाब ठीक से नहीं पहनने के कारण पुलिस हिरासत में हुई महसा अमीनी की मौत के बाद भड़का प्रदर्शन गुरुवार को 63वें दिन में प्रवेश कर गया. साथ ही हिंसक झड़पों का दौर लगातार जारी है. अब इस हिंसक प्रदर्शन के निशाने पर सत्ताधारी दल के नेता आ गए हैं. इनके खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने बिगुल फूंक दिया है. खबर है कि प्रदर्शनकारियों ने मजलिस संसद सदस्य के कार्यालय में आग लगा दी, जो हाल ही में सभी गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को मारने के आह्वान में शामिल हुए थे.
पीपुल्स मोजाहिदीन संगठन ईरान PMOI के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों की एक मोटरसाइकिल में भी आग लगा दी. फिलहाल ईरान में प्रदर्शन कम से कम 227 शहरों में फैल गया है. अब तक इस प्रदर्शन में 600 से अधिक लोग मारे गए हैं और 30,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. मारे गए 427 प्रदर्शनकारियों के नाम पीएमओआई/एमईके द्वारा प्रकाशित किए गए हैं.
वहीं रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार, 15 नवंबर को कम से कम दस प्रदर्शनकारियों को मार डाला. गौरतलब है कि ईरानी सरकार के सुरक्षा बल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अपनी घातक कार्रवाई को तेज कर रहे हैं. इसके जवाब में प्रदर्शनकारी स्थानीय प्रतिनिधियों के कार्यालयों को लगातार निशाना बना रहे हैं.
रिवोल्यूशनरी गार्ड्स IRGC और अर्धसैनिक बलों की साइटों और सुरक्षा बल यूनिटों पर लगातार हमला हो रहा है. देश भर के कई शहरों में सुरक्षा भवन, विशेष रूप से कुर्द क्षेत्रों में, स्थानीय लोगों के निशाने पर आ गए हैं.
दूसरी ओर व्यापारियों ने तेहरान और कम से कम 15 अन्य शहरों में लगातार तीसरे दिन अपनी हड़ताल जारी रखी है. तेहरान, इस्फ़हान और तबरीज़ के प्रसिद्ध बाजार सभी हड़ताल पर हैं. अन्य शहरों में जहां हमलों की सूचना मिली है, उनमें इलम, रस्क, सुरक, काज़्विन, बांदर अब्बास, गोरगान, काम्यारन, मारिवान, जावनरुद, रावणसर और खोरमाबाद शामिल हैं.