सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने सरदारशहर के उपचुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी। 5 दिसम्बर को सरदारशहर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया गया है। ये नेता सरदारशहर जाकर कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे। इस सूची में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट तो हैं मगर सबसे चौंकाने वाला नाम प्रदेश प्रभारी अजय माकन का है।
प्रदेश प्रभारी अजय माकन के इस्तीफे की पेशकश से जुड़ी चिठ्ठी 16 नवम्बर को सामने आ गई थी। इसमें माकन ने 25 सितम्बर को हुई अनुशासनहीनता के दोषी तीनों नेताओं पर कार्रवाई नहीं होने के बजाय उन्हें तवज्जो देने की बात कही थी। माकन के इस विरोधी तेवरों के बावजूद एक दिन बाद गुरुवार को जारी हुई लिस्ट में उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है। हालांकि माकन का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। मगर इस सूची के जारी होने के बाद चर्चाएं एक बार फिर तेज हो गई हैं।
माकन को शामिल करने के कई सियासी मायने
माकन को स्टार प्रचारक बनाए जाने के कई सियासी मायने निकलते हैं। लिस्ट जारी होने के बाद यह कहा जा रहा है कि संगठन पार्टी लाइन पर चल रहा है। ऐसे में इस सूची को राजस्थान में माकन की नाराजगी को दूर करने के तौर पर देखा जा रहा है। इसे इस रूप में भी लिया जा रहा है कि माकन राजस्थान में बने रहें। कई नेताओं का मानना है कि फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष ने माकन का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। ऐसे में वे प्रभारी रहेंगे या नहीं इसका फैसला खड़गे के हाथों में होगा।
कांग्रेस ने सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट, अजय माकन सहित कई मंत्री और विधायक हैं। इनमें पायलट खेमे के भी कई लोगों को शामिल किया गया है। 40 प्रचारकों की सूची में ज्यादातर नेता गहलोत खेमे से हैं। वहीं पायलट खेमे से भी कुछ नेताओं को शामिल किया गया है। इनमें ब्रजेंद्र ओला, मुरारी लाल मीणा, राजेंद्र पारीक सहित कुछ नेता हैं।
जोशी-धारीवाल, दिव्या-गुढ़ा शामिल नहीं
स्टार प्रचारकों की सूची से उन नेताओं को बाहर रखा गया है जो पिछले दिनों काफी चर्चा में रहे। इनमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री महेश जोशी को शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा लगातार गहलाेत खेमे पर हमलावर रहे मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और दिव्या मदेरणा को भी इस सूची में नहीं रखा गया है। वहीं पंजाब के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को भी स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया है।
प्रचार से दिखेगी दोनों पार्टियों की एकजुटता
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी और कांग्रेस ने सभी खेमे के नेताओं को स्टार प्रचारक तो बना दिया। मगर उपचुनाव में पार्टी के प्रचार में कौन आता है और कौन नहीं। इससे दोनों ही पार्टियों की एकजुटता को लेकर स्थितियां स्पष्ट होंगी। कांग्रेस में जहां गहलोत और पायलट दोनों स्टार प्रचारक हैं। वहीं बीजेपी में सतीश पूनिया और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है।