नोएडा में डॉग बाइट के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। एक बच्ची को डाग ने काट लिया। वहीं, ग्रेटर नोएडा में लिफ्ट में पालतू डॉग ने बच्चे पर हमला कर दिया। लापरवाही बरतने वाले ऐसे लोग जिनकी वजह से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। उसको रोकने लिए दोनों ही प्राधिकरण ने ये पॉलिसी लागू की। अभी पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है। पॉलिसी पर आपत्ति और सुझाव मांगे गए हैं। जिसके निपटारे के बाद इसे लागू किया जाएगा।
अब इसे समझे क्या डॉग पालिसी में और क्यों किया गया लागू...
केस-1
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिसरख के अंतर्गत ला रेजीडेंसी सोसाइटी में लिफ्ट में मंगलवार को एक कुत्ते ने बच्चे को काट लिया। यह वीडियो बुधवार को वायरल हुआ। इसके बाद लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मामले में कार्रवाई करते हुए कुत्ते के मालिक कार्तिक गांधी पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना 7 दिनों के अंदर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में जमा करना होगा।
इस सोसाइटी के फ्लैट नम्बर-1302 में रहने वाले राहुल प्रियदर्शी अपने परिवार के साथ रहते है। स्कूल से छुट्टी के बाद उनका बेटा रुद्रांश अपनी मां के साथ घर वापस आ रहा था। इसी दौरान लिफ्ट में उस पर कुत्ते ने हमला कर दिया। उसे 4 टीके लगे हैं। ये घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। वायरल होने के बाद मामला संज्ञान में आया।
केस-2
सी-32 सेक्टर 47 नोएडा में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी समिति सदस्य प्रज्ञा पाठक शर्मा रहती हैं। उनकी बच्ची पर कुत्ते ने हमला कर दिया। कुत्ते ने बच्ची के पैर में काट लिया। बच्ची के पिता अनुज शर्मा ने कोतवाली सेक्टर-49 थाने में मुकदमा कराया। डॉग पालिसी के तहत नोएडा प्राधिकरण ने भूखंड के आर्नर सजल श्रीवास्तव को नोटिस जारी करते हुए पेट आर्नर पर 10 हजार रुपए का जुर्माना, इलाज का खर्चा वहन करने के लिए कहा है।
16 प्वाइंट में समझे ऐनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार पॉलिसी
31 मार्च तक NPRA के जरिए नोएडा में डॉग और बिल्ली दोनों का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
पालतू डॉग का स्ट्रेलाइजेशन और एंटीरेबीज वैक्सीनेशन कराना अनिवार्य है। ऐसा नहीं कराने पर एक मार्च 2023 से प्रतिमाह 2000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण एओए , आरडब्ल्यूए और ग्रामवासियों की सहमति पर अपने खर्च पर डाग्स शेल्टर बनाए जाएंगे। जिनमें बीमार, उग्र और आक्रामक हो चुके डॉग को रखा जाएगा उनकी निगरानी की जाएगी। इन शेल्टर के रख रखाव की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए , एओए की होगी।
डॉग फीडर्स की मांग पर उनके सहयोग से आवश्यकता होने पर आरडब्ल्यूए और एओए की ओर से आउट डोर एरिया में फीडिंग स्थल चिह्नित किए जाएंगे। जहां पर उनके द्वारा सूचना बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा। खाने पीने की व्यवस्था आरडब्ल्यूए , एओए और फीडर्स की ओर से की जाएगी।
डॉग के द्वारा कोई अप्रिय घटना की जाती है तो मालिक को 10 हजार रुपए जुर्माना , घायल का पूरा इलाज कराना होगा।
रजिस्ट्रेशन के बाद एक बॉर कोड दिया जाए। जियो टैगिंग बार कोड पेट के गले में पहनाना होगा।
रजिस्ट्रेशन कराने के बाद एक साल में 500 रुपए देकर उसे रिन्यू भी कराना होगा।
डॉग ब्रीडिंग का काम फ्लैट या मकान में नहीं करा सकते है। यदि ऐसा मिला तो 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।
डॉग द्वारा सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैलाने पर पहली बार में मालिक पर 100 दूसरी बार में 200 और तीसरी बार 500 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
छह माह से अधिक होने पर नसबंदी करानी होगी।
घर पर डॉग को अकेला नहीं छोड़ सकते है।
रजिस्ट्रेशन के बाद पालतू की मौत हो जाती है तो उसे अपडेट कराना होगा।
डॉग के ऊपर और कोई भी प्रतिबंध एओए और आरडब्ल्यूए नहीं लगा सकता है।
रिहाएशी इलाके में ब्रीडिंग नहीं कराई जा सकती है।
बच्चे की मौत बनी बड़ी वजह, लोगों ने सड़क कर दी जाम
नोएडा की लोटस बुलेवार्ड सोसाइटी में कुत्तों ने एक साल के बच्चे अरविंद पर हमला कर दिया था। कुत्तों ने बच्चे का पेट फाड़ दिया, जिससे उसकी आंतें बाहर आ गईं । किसी तरह बच्चे को कुत्तों से बचाकर सोसाइटी के लोगों ने नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि सर्जरी के बाद भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका था। सोसाइटी के लोगों ने इसके विरोध में सड़क जाम की। प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी की।
प्राधिकरण के पॉलिसरी बनाने और शेल्टर बनाने की बात पर ही सोसाइटी के लोग शांत हुए। हालांकि इसके बाद डॉग लवर और डॉग हेटर के बीच खींचतानी चलती रही। लेकिन, प्राधिकरण ने 207वी बोर्ड बैठक में डॉग पालिसी को पास कर दिया। अब इस पर सुझाव मांगे गए हैं।
यहां और भी हुई घटनाएं
ग्रेटर नोएडा के पाई 2 सेक्टर की यूनीटेक होराइजन सोसाइटी में एक पालतू कुत्ते ने सुरक्षाकर्मी पर हमला कर दिया। जिससे सुरक्षाकर्मी बुरी तरह घायल हो गया। इस घटना का सीसीटीवी अब वायरल हुआ है।
नोएडा में सेक्टर-75 के अपेक्स एथेना सोसाइटी में लिफ्ट में एक कुत्ते ने डिलीवरी ब्वॉय पर हमला कर दिया। डिलीवरी ब्वॉय का नाम सचिन है। जर्मन शेफर्ड के हमले से घबराकर डिलीवरी ब्वॉय लिफ्ट में ही फर्श पर गिर पड़ा। इस घटना का CCTV फुटेज सामने आया था।
सेक्टर-137 पारस टियारा में गाजियाबाद की एसडीएम गुंजा सिंह पर कुत्तों ने हमला कर उनको काट लिया था।
इसी सोसाइटी में टीना को भी कुत्तों ने काट लिया था जिसके बाद उनको हाथ का आपरेशन कराना पड़ा।
सितंबर में नोएडा सेक्टर -56 में दस साल के बच्चे को पालतू पिटबुल कुत्ते ने काट लिया। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सितंबर में नोएडा की अपेक्स एथेना सोसाइटी में दवा की डिलवरी कर लौट रहे युवक को लिफ्ट में कुत्ते ने हमला कर काट दिया। दस अगस्त की घटना का वीडियो सात सितंबर को वायरल हुआ।
सितंबर ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक जार सोसाइटी में कुत्ते ने महिला के हाथ पर काट लिया। महिला कुत्ते को खाना खिला रही थी।
ग्रेटर नोएडा की एस एस्पायर हाउसिंग सोसाइटी में पालतू कुत्ते को लिफ्ट में ले जाने को लेकर दो महिलाएं आपस में भिड़ गईं। इसका वीडियो वायरल हुआ।
पहले फेज में बनेंगे 18 शेल्टर
पॉलिसी लागू होने के साथ ही नोएडा प्राधिकरण 18 स्थानों पर डॉग शेल्टर बनाने का काम शुरू करने जा रही है। इन शेल्टर में बीमार, आक्रामक कुत्तों को रखा जाएगा। यही पर उनकी फीडिंग भी कराई जाएगी। बता दें नोएडा में 18 स्थानों पर रेमिडिएशन प्लांट है। इन्ही प्लांटों के आसपास ही शेल्टर बनाए जाएंगे। इसके अलावा जिन सोसाइटी से डिमांड आएगी वहां भी शेल्टर बनाने के प्रस्ताव पर बातचीत की जाएगी।
40 हजार कुत्तों की हो चुकी नसबंदी
नोएडा प्राधिकरण की ओर जारी आंकड़ों के तहत पेट रजिस्ट्रेशन एप के जरिए अब तक कुल 1700 रजिस्ट्रेशन हुए है। 2017 से अब तक 40 हजार कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से दो संस्थाएं काम कर रही है। पहली ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी और दूसरी ऐनिमल इंडिया ट्रस्ट। दोनों ही संस्थाएं कुत्तों की नसबंदी का प्रोग्राम चला रही है।
इस साल के जान लेते हैं आकड़े
जनवरी 1359
फरवरी 1254
मार्च 1287
अप्रैल 1325
मई 1078
जून 1103
जुलाई 1207
अगस्त 866
सिंतबर 870