मेरठ: ह्यूमन किंग्स और पीस राइडर्स की टीमों के बीच एक दिलचस्प क्रिकेट मैच खेला गया. टॉस जीतकर राइडर्स की टीम ने पहले फील्डिंग करने का फैसला लिया. किंग्स की टीम ने पहले दमदार बल्लेबाज़ी करते हुए 14.2 ओवर में 182 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी राइडर्स की टीम 12 ओवर में 162 रन पर ऑल आउट हो गई. मैच किंग्स ने 20 रन से जीत लिया, लेकिन पूरे समय रोमांच बना रहा. स्कोर से साफ है कि पूरा मैच ताबड़तोड़ शॉट्स के नाम रहा. अब सवाल यह है कि यह मैच हुआ कहां और क्यों?
असल में उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन कैदियों में सकारात्मक अप्रोच लाने के लिए समय-समय पर नया प्रयोग करता रहता है. इस कड़ी में जेपीएल सीजन-5 का शुभारंभ अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल द्वारा किया गया. यानी यह टूर्नामेंट पिछले पांच सालों से हो रहा है. हर साल 8 टीमें बनाकर यह टूर्नामेंट करवाया जाता है, लेकिन इस बार बंदी रक्षकों की व्यस्तता को देखते हुए 7 टीमें जीपीएल खेलने के लिए मैदान पर उतर रही हैं.
क्यों और कैसे होता है यह जेपीएल?
जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कैदियों में अवसाद न हो, वे सकारात्मकता के साथ जेल में रहें, इस सोच को लेकर ये प्रयास किए जाते हैं. साथ ही साथ ये भी मकसद रहता है कि छूटने के बाद कैदी समाज में बेहतर तालमेल बना सकें. कुमार के मुताबिक जो बंदी खेलों में रुचि रखते हैं, उन सभी को जोड़कर टीमें बनाई जाती हैं. इस साल सात टीमें टूर्नामेंट खेल रही हैं.
26 दिसंबर को होगा फाइनल
ज़िला कारागार में शुरू हुए टूर्नामेंट का फाइनल मैच 26 दिसंबर को खेला जाएगा. प्रतिदिन 15-15 ओवर के मैच होंगे. अंतिम फाइनल मैच 20-20 ओवर का होगा. हर टीम 12 लीग मैच खेलेगी. ह्यूमन किंग्स, पीस राइडर्स, लिटिल चैंप्स, लविंग यूनाइटेड, सेंट टैलेंटेड, सुपर वॉरियर्स, फ्रेंड्स इलेवन नाम से टीमें बनाई गई हैं. दरअसल चौधरी चरण सिंह ज़िला कारागार मेरठ में हर साल जेल प्रीमियर लीग का आयोजन किया जाता है. इसमें जेल प्रशासन, बंदी रक्षक और बंदियों के बीच मैच आयोजित हैं. इस बार सिर्फ बंदियों के बीच ही मैच होने वाले हैं.