गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए कैंपन शुरू हो चुका है। बीजेपी की ओर से बुधवार को 40 स्टार प्रचारक की लिस्ट जारी की गई थी। लेकिन, इसमें राजस्थान के एक भी नेता का नाम शामिल नहीं है। राजस्थान से राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल वसुंधरा राजे समेत अन्य नेताओं को इस बार गुजरात चुनाव से दूर रखा गया है। जबकि पूनिया व शेखावत समेत 150 नेताओं को फील्ड टास्क के लिए उतारा गया है।
दरअसल, राजस्थान से पूर्व CM वसुंधरा राजे बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। अलका सिंह गुर्जर राष्ट्रीय सचिव हैं। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह राष्ट्रीय महामंत्री हैं। सह प्रभारी विजया राहटकर राष्ट्रीय सचिव हैं। सांसद जसकौर मीणा, अरुण चतुर्वेदी राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य हैं। लेकिन इनमें से किसी भी नेता को गुजरात चुनाव प्रचार में स्टार कैम्पेनर नहीं लगाया गया है। ये बात अलग है कि पिछले विधानसभा चुनाव में बतौर CM वसुंधरा राजे को स्टार प्रचारक लिस्ट में शामिल किया था। लेकिन, इस बार उन्हें जगह नहीं दी गई है।
पूनिया समेत 108 राजस्थानी BJP नेता प्रदेश संगठन स्तर पर कर रहे काम
हालांकि राजस्थान बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व और संगठन को बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने गुजरात चुनाव में पहले से एक्टिव कर रखा है। पड़ोसी राज्य होने के कारण राजस्थान के 108 नेताओं की ड्यूटी सतीश पूनिया ने गुजरात चुनाव में अलग से लगा रखी है। राजस्थान से आने वाले केंद्रीय मंत्री भी गुजरात चुनाव में संगठनात्मक कामों और राजस्थानी वोटरों को साधने के काम में हिस्सा लेते रहे हैं। गुजरात में राजस्थान के 4 केंद्रीय मंत्रियों- गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी के अलावा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया समेत संगठन के 108 नेताओं की टीम को जिम्मा सौंपा गया है।
पिछले विधानसे सबकपिछले विधानसभा चुनाव है।
गुजरात में 51 विधानसभा क्षेत्रों में 15 लाख से ज्यादा राजस्थानी
नॉर्थ गुजरात में 9 बीजेपी के संगठन जिलों में 43 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें अहमदाबाद नॉर्थ, अहमदाबाद साउथ, गांधी नगर शहर, गांधी नगर ग्रामीण, कच्छ-भुज, बनासकांठा, साबरकांठा, पाटन, अरावली जिले शामिल हैं। इनके अलावा 8 जिलों- सूरत, वड़ोदरा, राजकोट, भावनगर, भुज, मेहसाणा, जामनगर, पालनपुर में भी बड़ी तादाद में प्रवासी राजस्थानी हैं। कुल 51 शहरों में 15 लाख से ज्यादा प्रवासी राजस्थानी होने का मोटे तौर पर अनुमान है। इनमें 4 लाख आदिवासी हैं, जो दक्षिण राजस्थान से हैं। दो बड़े जिलों में ही 5 लाख राजस्थानी रहते हैं। इनमें अहमदाबाद में 2.25 लाख और सूरत में 2.75 लाख से ज्यादा राजस्थानी बसे हैं। गुजरात की कुल आबादी 7 करोड़ 4 लाख के करीब है। इसमें लगभग 1.50 करोड़ दूसरे राज्यों के आए लोगों की है। पड़ोसी राज्य होने के कारण इनमें राजस्थानियों का बड़ा आंकड़ा है। कोविड लॉक डाउन के वक्त इनमें से करीब 1.75 लाख लोग गुजरात से राजस्थान आए थे।
प्रदेश स्तर पर राजस्थान के 4 नेताओं को जिम्मा
प्रदेश स्तर पर गुजरात में राजस्थान के 4 नेताओं को जिम्मा दिया गया है। जिसमें राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का नेतृत्व है। जबकि प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा, प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण सिंह देवल और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रमोद सावर गुजरात के अलग अलग जोन में स्ट्रैटजी संभाल रहे हैं।
वहींगुजरात के 9 जिलों में जिलेवार 1-1 कॉर्डिनेटर और को-कॉर्डिनेटर लगाए गए हैं। 18 नेताओं को जिम्मा दिया गया है। जिलों में जिलाध्यक्ष, जिला महामंत्री लेवल के नेताओं को भेजा गया है। इसी तरह 43 विधानसभा क्षेत्र में संयोजक और सह-संयोजक मिलाकर 86 नेताओं की टीम उतारी है । इस तरह कुल पूनिया के साथ 108 नेताओं की टीम गुजरात चुनाव कैम्पेनिंग में रहेगी
चुनाव से ठीक पहले और नेता जाएंगे गुजरात
गुजरात चुनाव होने से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा, घनश्याम तिवाड़ी, लोकसभा सांसद कनकमल कटारा, सुभाष चंद्र बहेड़िया,सीपी जोशी, राहुल कस्वां, निहालचंद मेघवाल, देवजी पटेल, पीपी चौधरी, दीया कुमारी, सुमेधानन्द सरस्वती, अर्जुनलाल मीणा समेत कई सांसदों को गुजरात के चुनाव प्रचार पर भेजने की स्ट्रैटजी भी तैयार की जा रही है।
गुजरात को 4 जोन में बांटकर चुनावी तैयारी
गुजरात को 4 जोन- नॉर्थ गुजरात, सेंटर गुजरात, साउथ गुजरात और सौराष्ट्र में बांटकर बीजेपी ने जीत की स्ट्रेटेजी बनाई है। फिलहाल गुजरात के 43 विधानसभा क्षेत्रों में राजस्थान के मूल निवासी वोटर्स को चुनाव में बीजेपी के पक्ष में साधने और वोट डलवाने के लिए नेताओं ने स्ट्रेटेजिकली एक्सरसाइज जारी है।
अर्जुनराम मेघवाल बोले- उगते सूरज पूनिया संग चलो:सनसेट पॉइंट मत देखो, राठौड़ बोले-पूनिया पूर्ण सूरज, सरकार को विपक्ष से ज्यादा मंत्री ललकार रहे
चुनाव पास आते-आते बीजेपी में भी गुटबाजी की हलचल होने लगी है। केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने झुंझुनूं में हुई BJP कार्यसमिति में नेताओं से कहा- डूबता हुआ सूरज देखना बंद करो, क्योंकि सनसेट पॉइंट अंग्रेजों के बनाए हुए हैं। उगते हुए सूरज सतीश पूनिया के नेतृत्व में देखना शुरू करो। उगते सूरज को जल चढ़ाओ