पापा मेरा अपहरण हो गया है, ये लोग मुझे मार डालेंगे…एक गोपनीय जगह पर मुझे बंधक बनाकर रखा गया है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है…। पापा प्लीज 30 लाख रुपए दे-दो, नहीं तो ये खतरनाक लोग मुझे मार डालेंगे। 14 नवंबर को बर्रा थाने में एक दंपति ने बेटे के अपहरण की सूचना देते हुए बर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
4 घंटे में पुलिस ने सर्विलांस की मदद से खुलासा किया तब पता चला कि बेटे ने खुद ही घर वालों से 30 लाख रुपए ऐंठने के लिए साजिश रची थी, किसी ने अपहरण नहीं किया था।
सिंचाई विभाग के सींचपाल ने रची थी साजिश
बर्रा दामोदर नगर निवासी चंद्रकांत तिवारी ने 15 नवंबर मंगलवार को थाना बर्रा पुलिस को सूचना दी कि उनके बेटे सोमनाथ तिवारी का अपहरण हो गया है। बेटा सिंचाई विभाग में सींचपाल के पद पर कार्यरत है। वह अपनी ड्यूटी के लिए 13 नवंबर को सुबह 10 बजे गया था, फिर लौटकर नहीं आया।
14 नवंबर को करीब 6:09 पर उनके व उनकी पत्नी और बहू के मोबाइल के वाट्सऐप पर मैसेज आया की अगर अपने बेटे व पति को बचाना चाहते हो तो कल शाम 4 बजे तक 30 लाख तैयार रखना। नहीं तो तुम्हारे बेटे के 300 टुकड़े कर देंगे। पैसे तैयार करो उसके बाद बताऊंगा कहां लाना है पैसे कहां और कैसे देने हैं मोबाइल पर आए इस मैसेज के बाद परिवार में रोना-पिटना मच गया।
6 घंटे में युवक को दबोचा घंटाघर के होटल से दबोचा
डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि अपहरण की सूचना मिलते ही सिर्फ साउथ ही नहीं पूरा कानपुर कमिश्नरेट अलर्ट हो गया। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से लेकर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ऑपरेशन में डट गए। डीसीपी साउथ ने अपनी विशेष टीमें लगाई और पूरे मामले का कुछ ही घंटे में खुलासा कर दिया।
जांच में सामने आया कि सोमनाथ तिवारी ने स्वंय ही अपने अपहरण का नाटक रचा। इसके बाद परिजनों से फिरौती के लिए फोन किया। होटल के कमरे से शराब की बोतल और सिगरेट व नशे का अन्य सामान बरामद हुआ। पुलिस ने सींचपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उसे जेल भेज दिया।
टाइमर लगाकर खुद बंधक बनाकर खींची फोटो
डीसीपी साउथ ने बताया कि शातिर ने खुद ही अपहरण की साजिश रची। इसके बाद वह घंटाघर स्थित होटल तेजस इन में रुका और वहीं से कैमरे में टाइमर लगाकर खुद के बंधक बनाए हुए फोटो परिवार वालों को भेज दिये। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो सारा मामला खुल गया। होटल में रुककर सोमनाथ नशेबाजी कर रहा था। पुलिस ने सोमनाथ को सकुशल बरामद कर लिया है।
ब्लूवर्ड में अकाउंटेंट हैं पिता
डीसीपी साउथ ने बताया कि युवक के पिता कानपुर के वाटर स्पोर्ट पार्क ब्लू वर्ड में अकाउंटेंट हैं। उसे लगा कि वह जब खुद के अपहरण के लिए फिरौती मांगेगा तो पिता के करोड़पति मालिक 30 लाख रुपए की मदद पिता को कर देंगे। इसके बाद फिरौती की रकम से वह अपनी नशेबाजी और अय्याशी कर सकेगा। लेकिन इससे पहले ही डीसीपी साउथ ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।