बीजिंग: भारत में राजदूत रह चुके सन वेइदॉन्ग को चीन ने उप विदेश मंत्री बनाया है. पूर्व चीनी राजदूत वेइदॉन्ग पिछले महीने ही अपने तीन साल के कार्यकाल के बाद बीजिंग लौट गए थे. चीन की आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को बताया कि 56 वर्षीय सन हाल ही में नई दिल्ली में तीन साल से अधिक समय के बाद बीजिंग लौटे हैं. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल के अनुसार, भारत उन देशों में से एक है, जहां राजदूत की पोस्टिंग एक उप मंत्री के बराबर है.
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार वेइदॉन्ग ने जुलाई 2019 में भारत में चीनी राजदूत का पदभार संभाला था. उन्होंने अपने कार्यकाल में भारत और चीन की सीमा पर लंबे गतिरोध को देखा, जो दोनों पक्षों के बीच प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा. हालांकि दोनों देशों ने इसे सुलझाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए. कई मुद्दों पर दोनों देशों के बीच आज भी सहमति नहीं बन पाई है, जिस कारण आज भी यह दोनों पक्षों के बीच प्रमुख मुद्दा बना हुआ है.
अपने विदाई भाषण में वेइदॉन्ग ने भारत और चीन के बीच मतभेदों को सुलझाने की आवश्यकता पर जोर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांत को बनाए रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा था कि दोनों पक्षों को मतभेदों को प्रबंधित करने और हल करने का प्रयास करना चाहिए और चीन-भारत संबंधों को मतभेदों से परिभाषित करने के बजाय बातचीत और परामर्श के माध्यम से एक उचित समाधान की तलाश करनी चाहिए.
उन्होंने आगे कहा था कि दोनों देशों को एक-दूसरे की राजनीतिक व्यवस्थाओं और विकास के रास्तों का सम्मान करने और एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांत को बनाए रखने की जरूरत है. मालूम हो कि वेइदॉन्ग ने बीजिंग रवाना होने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने शांति पर जोर देते हुए कहा था कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने के लिए काफी आवश्यक है.