राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी नायक बिरसा मुंडा का मंगलवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राष्ट्रपति मुर्मू उनके जन्म स्थान झारखंड के उलिहातु गांव पहुंची जबकि मोदी ने धरती आबा को श्रद्धांजलि दी तथा विदेशी शासन के खिलाफ उनके संघर्ष को याद किया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 22वें स्थापना दिवस पर रांची में एक कार्यक्रम में मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए कई योजनाओं का उद्घाटन किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारग्राम में उन्हें श्रद्धांजलि दी जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिरसा की जयंती पर मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर सोनभद्र में एक सभा को संबोधित किया। अविभाजित बिहार में 1875 में जन्मे मुंडा ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आदिवासियों को एकजुट किया था। उनका 1900 में रांची जेल में निधन हो गया। देशभक्ति, वीरता और धर्मपरायणता के प्रतीक माने जाने वाले मुंडा ने विदेशी शासन के खिलाफ उलगुलान आंदोलन शुरू किया था।
मोदी सरकार ने बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार को झारखंड पहुंचीं और बिरसा मुंडा को उनके जन्मस्थान उलिहातू में स्थापित स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उलिहातू में बिरसा मुंडा के परिजनों से मुलाकात करने के बाद मुर्मू वापस रांची का बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पहुंचीं और फिर जबलपुर के लिए रवाना हो गईं। प्रधानमंत्री मोदी ने बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनकी सरकार की विभिन्न योजनाओं के लिए उन्हें जनजातीय समुदाय से प्रेरणा मिली।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, मैं धरती आबा वीर क्रांतिकारी बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि देती हूं। माटी के सच्चे पुत्र के तौर पर उन्होंने हमें स्वदेशी अधिकारों का सम्मान तथा उसकी रक्षा करने के महत्व को सिखाया। मैं कामना करती हूं कि हम उनके दिखाए रास्ते पर चलते रहें। जय जोहार। मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंग्रेजों के लिए काम करने को लेकर हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर पर भी निशाना साधा।
गांधी ने कहा कि वह मुंडा एक इंच भी पीछे नहीं हटे। वह शहीद हो गए। ये आपके आदिवासी प्रतीक हैं और आपको रास्ता दिखाते हैं। भाजपा-आरएसएस के प्रतीक सावरकर हैं। वह दो-तीन साल तक अंडमान में जेल में रहे। उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, जल-जंगल-जमीन एवं आदिवासी सभ्यता व संस्कृति की रक्षा के लिए अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध आवाज बुलंद करने वाले महान आदिवासी नेता एवं लोकनायक बिरसा मुंडा जी की जयंती पर सादर नमन। उन्होंने कहा, प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण झारखंड के सभी बहन-भाइयों को झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई। झारखंड का गठन 2000 में मुंडा की जयंती पर किया गया था।