खेरसॉन,यूक्रेन: पिछले 8 महीने से यूक्रेन के खेरसॉन शहर के लोग रूस के कब्जे में रह रहे थे. लेकिन शुक्रवार को यूक्रेनी सेना शहर में घुस गई और रूसी सैनिक पूरब की ओर पीछे हट गए. खेरसॉन के हालात इस समय बहुत खराब हैं. शहर के लोगों को बिजली, पानी और इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा नहीं है. लेकिन इसके बावजूद पूरे शहर में उल्लासपूर्ण माहौल है. लोगों का कहना है कि अब वे आजाद महसूस कर रहे हैं. शुक्रवार को रूस ने खेरसॉन से हटने और रणनीतिक दक्षिणी क्षेत्र में निप्रो नदी के पश्चिमी तट से वापसी का फैसला लिया. उसने शहर और आसपास के इलाकों को यूक्रेन की सेना के लिए छोड़ दिया है.
सीएनएन की एक खबर के मुताबिक यूक्रेनी झंडे लगाने के लिए स्थानीय लोग सिनेमा घरों और दूसरी इमारतों की छतों पर चढ़ गए. शहर में जहां से भी यूक्रेन के सैनिक गुजर रहे हैं, वहां रहने वाले उनका जयकारों से स्वागत करते हैं. सैनिकों से झंडों पर ऑटोग्राफ देने को कहा जाता है. यूक्रेनी स्पेशल फोर्स के एक सैनिक ने सीएनएन को बताया कि उसकी इकाई खेरसॉन में सबसे पहले पहुंची थी. उसने कहा कि खेरसॉन में रूसी कब्जे में इतने लंबे समय तक रहने वाले शहर के लोग असली नायक हैं. इसकी कल्पना नहीं की जा सकती कि वे अभी कितने खुश हैं
गौरतलब है कि फरवरी के हमले के बाद से खेरसॉन एकमात्र यूक्रेनी क्षेत्रीय राजधानी थी, जिस पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया था. यूक्रेनी अधिकारी शहर में सामान्य जीवन की बहाली के लिए काम कर रहे हैं. क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख यारोस्लाव यानुशेविच ने शनिवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि सेना बारूदी सुरंगों को को साफ कर रही है. शहर में सामान्य जीवन की बहाली के लिए काम चल रहा है. एक बयान में कहा गया कि लगभग 200 पुलिस अधिकारी इस समय शहर में काम कर रहे हैं. सबसे बड़ा खतरा बारूदी सुरंगों से है. पुलिस ने खेरसॉन छोड़ने वाले निवासियों को सलाह दी है कि वे वापस लौटने में जल्दबाजी न करें.