नई दिल्ली: स्मार्टफोन डिवाइस बनाने वाली कंपनी, ओप्पो इंडिया ने घोषणा की है कि उनके ज़्यादातर 5जी डिवाइस अब जियो के स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क को सपोर्ट करेंगे. अपने बयान में ओप्पो ने कहा है कि कंपनी ने रिलायंस जियो के सहयोग से ऐसे डिवाइस बनाए हैं जो इमर्सिव और ट्रू 5जी एक्सपीरियंस के लिए अल्ट्रा हाई स्पीड और करीब जीरो लेटेंसी पर काम करेंगे.
कंपनी ने दावा किया है कि ओप्पो इंडिया द्वारा लॉन्च किया गया कोई भी नया 5जी डिवाइस स्टैंडअलोन नेटवर्क पर चल सकेगा. बता दें कि भारत में सिर्फ रिलायंस जियो ही 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क ऑपरेट करता है. ओप्पो ने स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क को सपोर्ट करने वाले अपने 5G डिवाइसों में सॉफ़्टवेयर अपडेट रोल-आउट शुरू कर दिया है.
इन मॉडल को पहले मिल चुका है सॉफ्टवेयर अपडेट
ओप्पो Reno 8, Reno 8 Pro, Reno 7, F21 Pro 5G, F19 Pro+, K10 और A53s डिवाइस पर सॉफ्टवेयर पहले ही अपडेट किया जा चुका है. दूसरे मॉडल को भी जल्द ही अपग्रेड किया जाए
ओप्पो इंडिया के उपाध्यक्ष और आरएंडडी हेड, तसलीम आरिफ ने कहा, ओप्पो इंडिया भारत में 5जी इकोसिस्टम खड़ा करने का प्रयास कर रहा है. इससे हमारे यूज़र्स जियो ट्रू5जी का एक्सपीरियंस ले सकेंगे. जो शहर 5जी से जुड़ चुके हैं उनमें ग्राहक ओप्पो स्मार्टफोन के माध्यम से ट्रू5जी का आनंद उठा पाएंगे. हम समर्थन और योगदान के लिए जियो के आभारी हैं. हमारे आने वाले सभी 5जी डिवाइस स्टैंडअलोन और नॉन स्टैंडअलोन नेटवर्क के अनुकूल होंगे.
जियो ट्रू5जी वायरलेस नेटवर्क तकनीक की तारीफ करते हुए ओप्पो इंडिया ने इसे दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक बताया. बयान में ओप्पो ने कहा कि जियो भारत का एकमात्र ट्रू5जी नेटवर्क है और उसने जियो ट्रू5जी नेटवर्क की कई खूबियां गिनाई.
1)स्टैंड-अलोन 5G आर्किटेक्चर नेटवर्क, जिसकी 4G नेटवर्क पर निर्भरता शून्य है.
2)700 मेगाहर्ट्ज, 3500 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में 5जी स्पेक्ट्रम का सबसे बड़ा और बेहतरीन मिश्रण है.
3)कैरियर एग्रीगेशन तकनीक का इस्तेमाल करके जियो इन 5G फ्रीक्वेंसी का एक मजबूत डेटा हाईवे तैयार करती है.