प्रयागराज: इंदिरा भवन का आठवां तल। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी अरविंद सिंह चौहान का दफ्तर। समय कोई साढ़े चार बजे होंगे। कक्ष के बाहर एक संभ्रांत घर की महिला पहुंची। वीसी दफ्तर में नहीं थे। महिला ने वीसी से मिलने की बात कही और वहीं वेटिंग एरिया में बैठ गई। कुछ देर बाद भी जब वीसी नहीं आए तो हंगामा शुरू कर दिया। 5 घंटे तक जमकर हंगामा काटा। महिला पुलिस बुलानी पड़ी। जाते समय चेतावनी देकर चली गई। कल फिर आऊंगी। बिना मिले नहीं जाऊंगी।
अटैची-बैग साथ लाने पर लोग हैरान
महिला ने कहा कि अरविंद सिंह चौहान को बुलवाओ। मेरा फोन नहीं उठा रहे हैं। मुझे अभी के अभी मिलना है उनसे। उसके साथ एक अटैची और बैग भी था। यह देख कर्मचारियों ने काम पूछा तो बोली उन्हीं से काम है आपको नहीं बताऊंगी। इसके बाद करीब एक घंटा महिला वेटिंग एरिया में बैठी रही। एक घंटे बार उसके सब्र का बांध टूट गया और वह कर्मचारियों पर भड़क गई। दफ्तार में जोर-जोर से चिल्लाने लगी। बोली मेरे आने की सूचना पर वीसी कहां गायब हो गए हैं। उन्हें फोन करो। इतने में पीडीए के सचिव अजीत सिंह मौके पर पहुंचे। महिला को समझाने का प्रयास करने लगे। महिला वहां से जाने का नाम नहीं ले रही थी और पीडीए वीसी को बुलाने की जिद पर अड़ी रही।
कार्यालय के कर्मचारी और अधिकारी महिला को लाख समझाते रहे कि वीसी आज दफ्तर नहीं आए हैं। कल मिल लेना पर वह अपनी जिद पर अड़ी रही। रात आठ बजे तक जब अरविंद सिंह चौहान दफ्तर नहीं पहुंचे तो महिला यह कहते हुए शहर के एक होटल चली गई कि ठीक है आज नहीं आए। कब तक गायब रहेंगे। बिना मिले नहीं जाऊंगी।
वीसी दफ्तर में अचैटी और बैग के साथ क्यों पहुंची महिला?
अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि महिला प्रयागराज विकास प्राधिकरण के दफ्तर में अटैची और सूटकेस के साथ क्यों आई थी? क्या वह कहीं बाहर से आई थीं? अगर उसे वीसी से मिलना था तो फिर हंगामा क्यों बरपा? अगर फरियादी थी तो दूसरे दिन आकर मिल सकती थी। सूत्रों की मानें तो यह प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और महिला के बीच प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है। फिलहाल जब प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी अरविंद सिंह चौहान से बात की गई तो उनका कहना था कि वह उस महिला को नहीं जानते हैं। हो सकता है कि किसी भूमि संबंधी प्रकरण में वह मुझसे मिलने आईँ हो। मिलने और बात करने के बाद ही कुछ साझा कर सकता हूं।