मेरठ: 175 किलो. वजन के इंसान की बैरिएट्रिक सर्जरी हुई है। सर्जरी करने वाले डॉक्टरों का दावा है कि ये UP के अब तक के सबसे वजनी व्यक्ति की बैरिएट्रिक सर्जरी है। सर्जरी मेरठ के न्यूटिमा अस्पताल में डॉ. ऋषि सिंघल और टीम ने किया है। सर्जरी कराने वाले बागपत खेकड़ा में रहने वाले संजय हैं
परिवार में सबसे अधिक वजन के हैं संजय
संजय की उम्र 45 साल हैं। ब्रिक्स फील्ड कारोबारी हैं। संजय बताते हैं कि उनके परिवार में वजन बढ़ने की समस्या अनुवांशिक है। भाइयों, बहनों, माता-पिता सभी का वजन बढ़ा हुआ है। लेकिन संजय का वजन पूरे परिवार में सबसे ज्यादा है। महज 2 चपाती खाने और चलने के बाद भी संजय का वजन घटता नहीं है। कहते हैं अनुवांशिकता के कारण बच्चों का शरीर भी भारी हो रहा है।
कोई उपाय न बचा तो अपनाई सर्जरी
संजय कहते हैं बढ़े वजन के कारण सांस फूलना, दिनभर पसीना आना, शरीर में दर्द रहता। तमाम बीमारियां घेरने लगी। हर तरह का उपाय किया, ऐलोपैथ, होम्योपैथ हर दवा कराई मगर वजन नहीं घटा। तब बैरियाट्रिक सर्जरी कराना तय किया। पहले दिल्ली में सर्जरी कराई। उससे 40 किलो तक वजन घट गया। लेकिन कुछ समय बाद परहेज छोड़ दिया तो वजन फिर बढ़ने लगा। अब दोबारा सर्जरी कराई है।
सामान्य से ढाई गुना ज्यादा था वजन
संजय की सर्जरी न्यूटिमा अस्पताल के डॉ. ऋषि सिंघल ने की है। डॉ. ऋषि पहली बार उन्होंने 175 किग्रा वजन वाले इंसान की सर्जरी की है। संजय का वजन सामान्य से ढाई गुना अधिक था। खर्राटे, स्लिप डिस्क की भी बीमारी थी। बैरिएट्रिक सर्जरी की मदद से व्यक्ति का 40फीसद तक वजन घट सकता है। सर्जरी पूरी तरह सुरक्षित है। सर्जरी के बाद 4 महीनों में वजन घटने लगेगा, लेकिन परहेज रखना जरूरी है।
50 मिनट तक चली पेट की सर्जरी
डॉ. ऋषि ने बताया कि 50 मिनट की सर्जरी में हमने पेट को छोटा करके आंतों से जोड़ दिया गया। अब 6 महीने में इनका वजन 100 किलो तक हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में बहुत कम अस्पतालों में बैरिएट्रिक सर्जरी होती है। उन सभी से बात करने पर यह पता चला कि यह यूपी का सबसे भारी मरीज का ऑपरेशन है। इस सर्जरी से कोई परेशानी नहीं होती। पुराने मरीज सर्जरी के बाद एथलीट तक बन चुके हैं।
पिछली सर्जरी में परहेज छोड़ने से बढ़ा वजन
संजय की पत्नी उर्मिला कहती हैं कि पिछली बार जब सर्जरी कराई थी, तो वजन घटने लगा था। लेकिन डॉक्टरों ने परहेज के लिए कहा था। इन्होंने परहेज करना छोड़ दिया और फिर वजन बढ़ने लगा। इस बार भरोसा है कि अब ये पूरा परहेज करेंगे। परिवार को उम्मीद है कि उनका कम से कम 70 किलोग्राम वजन इस सर्जरी के बाद अगले 6 महीने में कम होगा।
बैरिएट्रिक सर्जरी की डिमांड बढ़ रही
बैरिएट्रिक सर्जरी पेट का ऐसा ऑपरेशन है, जिसमें डॉक्टर मरीज के पेट को काटकर उसको छोटा कर देते हैं। बैरिएट्रिक सर्जरी की मदद से व्यक्ति का 40फीसद तक वजन घट सकता है। सर्जरी पूरी तरह सुरक्षित है। इसे मोटापा घटाने की सर्जरी भी कहते हैं। आजकल बिगड़ते लाइफ स्टाइल के कारण लोग ओबेसिटी का बहुत शिकार हो रहे हैं। बीएमआई बढ़ रहा है। ऐसे में यह सर्जरी काफी कारगर मानी जा रही है। चलन में भी है।
अब समझते हैं क्या है बैरिएट्रिक सर्जरी
बैरिएट्रिक सर्जरी वजन कम करने वाले सर्जरी है। मोटापा घटाने के लिए यह सर्जरी की जाती है। जिन लोगो का BMI 35 से 40 होता है, ऐसे लोग बैरिएट्रिक सर्जरी करवा सकते है। सामान्य तौर पर व्यक्ति का बीएमआई19 से 25 के रेंज में होना चाहिए। कई मामले में 35 से कम बीएमआई वाले मरीज को बैरिएट्रिक सर्जरी की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसे लोग पहले किसी बीमारी जैसे हाई बीपी, डायबिटीज, ह्रदय से जुडी कोई बीमारी इत्यादि से पीड़ित है तो उनका बैरिएट्रिक सर्जरी किया जाता है।
व्यायाम, डाइट से एक लेवल तक वेट कंट्रोल
मोटापा घटाने में एक्सरसाइज, वॉकिंग, जिम और डाइटिंग भी कारगर हैं। लेकिन एक लेवल तक ये वजन कम कर सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति का वजन ज्यादा बढ़ा हुआ है तो उसके लिए बैरियाट्रिक सर्जरी कारगर है। सर्जरी में पेट को काटकर छोटा कर दिया जाता है। इससे रोगी के भोजन सेवन की मात्रा सीमित हो जाती है। बेरिएट्रिक सर्जरी लंबे समय तक वजन कम करने में फायदेमंद साबित हुई है, और मधुमेह और लाल होने की संभावना कम हो गई है।
मोटापा के होते हैं कई फैक्टर
मोटापे का कारण गलत खानपान, कम व्यायाम, शारीरिक श्रम में बेहद कमी के अलावा जेनेटिक फैक्टर भी होते हैं।