मेलबर्न: वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी Daren Sammy ने कहा कि भारतीय क्रिकेटरों का विदेशी लीग में नहीं खेलना टी20 वर्ल्ड कप T20 World Cup में उनके खराब प्रदर्शन का बड़ा कारण है. भारत के किसी भी खिलाड़ी को विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं है, जब तक की वह संन्यास नहीं ले लेता. वेस्टइंडीज को 2012 और 2016 में टी20 वर्ल्ड कप कप का खिताब दिलाने वाले सैमी ने कहा कि इंग्लैंड को उसके खिलाड़ियों के विदेशी लीग विशेषकर ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश में खेलने का फायदा मिला. सैमी बतौर कप्तान 2 टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं.
डेरेन सैमी ने आईसीसी से कहा, दुनियाभर की टी20 लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों ने वास्तव में अपनी चमक बिखेरी. आप भारत को देखिए, जिसकी सबसे बड़ी टी20 लीग है, लेकिन उसके खिलाड़ियों को उन खिलाड़ियों जैसा अनुभव नहीं है, जो दुनिया भर में विभिन्न लीग में खेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप एलेक्स हेल्स, क्रिस जॉर्डन जैसे खिलाड़ियों को देखें, जो कि बिग बैश में खेलते हैं. यह कोई संयोग नहीं है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया. इंग्लैंड की टीम सबसे संपूर्ण टीम थी और वे चैंपियन बनने के हकदार थे. उन्होंने सभी दबाव वाले मैचों में दिखाया कि उनके पास ऑलराउंड टीम है.
दूसरा टी20 खिताब जीता
इंग्लैंड ने रविवार को मेलबर्न में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता. वह एकमात्र टीम है, जिसके पास एक ही समय में वनडे और टी20 वर्ल्ड कप के खिताब हैं. इससे पहले उसने 2019 में वनडे वर्ल्ड कप के टाइटल पर कब्जा किया था. इंग्लैंड का यह ओवरऑल दूसरा टी20 वर्ल्ड कप का खिताब है. उसने 2010 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार किसी भी फॉर्मेट का पहला वर्ल्ड कप जीता था.
कुंबले ने भी कहा- इंग्लैंड जैसा रवैया हो
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का मानना है कि भारतीय टीम को इंग्लैंड जैसा रवैया अपनाना चाहिए. उन्होंने लिमिटेड ओवर्स और टेस्ट फॉर्मेट में अलग-अलग टीम रखने की बात कही है. मालूम हो कि इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ी सिर्फ टेस्ट ही खेलते हैं. जैसे तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड लंबे समय से टी20 से दूर हैं. इंग्लैंड की टेस्ट टीम का कप्तान भी अलग है. वनडे और टी20 टीम की कमान जहां जोस बटलर के पास, तो टेस्ट टीम की कमान बेन स्टोक्स के पास है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर टॉम मूडी ने इंग्लैंड की टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स की टीमों में अंतर है. उन्होंने हर फॉर्मेट के लिए खिलाड़ी तैयार किए हैं.