मॉस्को: यूक्रेन की जंग में खेरसॉन की हार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भारी पड़ सकती है. उनको गद्दी से हटाने और यहां तक कि जान से मारने की आवाज उठने लगी है. यूक्रेन पर हमला करने के विचार के जनक और कभी रूसी राष्ट्रपति के ब्रेन माने जाने वाले अल्ट्रा-राइट-विंग राष्ट्रवादी अलेक्जेंडर दुगिन ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ये बयान दिया है. खबरों में ये दावा किया गया कि खेरसॉन में क्रेमलिन की अपमानजनक हार के बाद से कई रूसी बहुत नाराज हैं.
ब्रिटेन के अखबार द मिरर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अल्ट्रा-राइट-विंग राष्ट्रवादी अलेक्जेंडर दुगिन यूक्रेन युद्ध में राष्ट्रपति पुतिन की विफलता के बाद देश में बढ़ते असंतोष पर अपनी चुप्पी तोड़ने वाले पहले प्रमुख रूसी लोगों में से एक हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि 60 वर्षीय रणनीतिकार को मॉस्को के उस अभिजात वर्ग का हिस्सा माना जाता है, जो पुतिन को यूक्रेन में आगे बढ़ने के लिए कह रहा है. ये लोग खेरसॉन से पीछे हटने को रूसी गौरव के लिए एक बड़ा झटका मानते हैं. बताया जा रहा है कि दुगिन ने टेलीग्राम पर अपना गुस्सा भी पोस्ट किया और अपनी आशंका जताई की कि वहां कई रूसी मारे गए. हालांकि बाद में उन्होंने पुतिन के खिलाफ अपनी टिप्पणी को हटा दिया था.
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक दुगिन ही पुतिन की यूक्रेन की रणनीति बनाने वाले वास्तविक योजनाकार हैं. हालांकि उनके पास कोई औपचारिक सरकारी पद नहीं है. बल्कि वह Tsargrad TV में एक पूर्व मुख्य संपादक रहे हैं. ये एक ऐसा नेटवर्क जो पुतिन और रूसी रूढ़िवादी चर्च दोनों के प्रबल समर्थन के लिए जाना जाता है. क्रेमलिन ने लंबे समय से उनकी भाषा और बयानबाजी का इस्तेमाल किया है. हालांकि यूक्रेन युद्ध नई घटनाक्रमों के बाद दुगिन ने कहा कि रूस ने खेरसॉन में आत्मसमर्पण कर दिया है. अगर नागरिक खेरसॉन की घटना से परेशान नहीं हैं तो वे रूसी नहीं हैं.
गौरतलब है कि अगस्त में ही अलेक्जेंडर दुगिन की बेटी 29 वर्षीय दारिया दुगिना की मॉस्को के बाहर एक सड़क पर कार बम विस्फोट में मौत हो गई. खुफिया सूत्र इसे भी यूक्रेन की जंग से जोड़कर देख रहे हैं. यह पहली बार नहीं है कि रूसी अभिजात वर्ग ने यूक्रेन में हार के लिए पुतिन के खिलाफ अपना गुस्सा दिखाया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा नियुक्त चेचन स्ट्रॉन्गमैन रमजान कादिरोव ने भी सितंबर की शुरुआत में रूसी नेतृत्व की आलोचना की थी. यूक्रेनी रक्षा खुफिया प्रमुख ने पिछले महीने दावा किया था कि वरिष्ठ रूसी अधिकारी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाने के मामले पर सक्रिय रूप से चर्चा कर रहे हैं. मेजर जनरल किरिलो बुडानोव ने दावा किया कि व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन युद्ध के अंत तक पद पर बने रहने की संभावना नहीं है.