सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती ने हाल ही में अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया। मिथुन ने बताया कि उनके स्किन कलर के लिए कई बार उनका अपमान किया गया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो नहीं चाहते हैं कि कभी भी उनकी बायोपिक बनाई जाए क्योंकि जो कुछ भी उन्होंने मानसिक रूप से सहा है वो नहीं चाहते कि कोई और उससे गुजरे।
कई सालों से मेरी डिसरिस्पेक्ट की गई
मिथुन ने कहा, हर किसी ने मुश्किल दिनों में स्ट्रगल देखा है, लेकिन मुझे हमेशा अपने स्किन कलर के लिए बुलाया जाता था। मेरी स्किन के कलर के कारण कई सालों से मेरी डिसरिस्पेक्ट की गई। मैंने ऐसे भी दिन देखे हैं, जब मुझे खाली पेट सोना पड़ता था, और मैं खुद सोने के लिए रोता था। वास्तव में वो ऐसे दिन थे जब मुझे सोचना पड़ता था कि मैं अगले टाइम पर क्या खाऊंगा और मैं कहां सोने जाऊंगा।
मैं बहुत दिनों तक फुटपाथ पर सोया
मिथुन ने आगे कहा, यहां तक कि मैं बहुत दिनों तक फुटपाथ पर सोया हूं। मैं कभी नहीं चाहता कि लाइफ में मैंने जो कुछ सहा है, उससे कोई भी गुजरे। और यही एकमात्र कारण है कि मैं नहीं चाहता कि मेरी बायोपिक बनाई जाए। मेरी स्टोरी कभी किसी को इंस्पायर नहीं करेगी, ये उन्हें मेंटली तोड़ देगी और लोगों को उनके सपनों को हासिल करने से डिस्करेज करेगी। मैं बिल्कुल नहीं चाहता कि ऐसा हो।
मैंने खुद को साबित करने के लिए बहुत संघर्ष किया है
मिथुन कहते हैं, अगर मैं कर सकता हूं, तो कोई और भी कर सकता है। मैंने इस इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए बहुत संघर्ष किया है। मैं लीजेंडरी नहीं हूं क्योंकि मैंने हिट फिल्में दी हैं, मैं एक लीजेंड हूं क्योंकि मैंने अपनी लाइफ के सभी दर्द और संघर्षों को पार कर लिया है।
अब तक 350 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं मिथुन
16 जून, 1950 को कोलकाता में जन्में मिथुन का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। हालांकि, ये नाम उन्होंने कभी भी फिल्मों में इस्तेमाल नहीं किया। मिथुन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1976 में आई फिल्म मृगया से की थी। वो अब तक 350 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं और अब भी बॉलीवुड में सक्रिय हैं। वो आखिरी बार सुपरहिट फिल्म द कश्मीर फाइल्स में नजर आए थे।