कॉम्पिटिशन प्रोग्राम में आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के संकेत दिए है। चौधरी ने जीवन के चार आश्रमों के बारे में बताते हुए कहा कि जनवरी को 75 साल का हो जाऊंगा। अब एक ही आश्रम रहा है वो है सन्यास का। खेल को राजनीतिक करियर से जोड़ते हुए कहा कि मैं बीजेपी प्रत्याशी लादूराम के सामने चार बार चुनाव लड़ा और तीन बार चुनाव जीत चुका हूं और पांचवी बार भी लड़ लूंगा तो भी मैं पहले से ही विनर रहूंगा।
दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव को करीब एक साल बचा है। इससे पहले कांग्रेस व बीजेपी के सभी दल चुनावों की तैयार में लग चुके है। लेकिन इस बीच राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र गुड़ामालानी में है। गर्वमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल अंग्रेजी में आयोजित जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन प्रोग्राम में मंत्री हेमाराम चौधरी चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल हुए। प्रोग्राम में अपनी स्पीच में कहा कि जीवन के चार आश्रम के बारे में बताया है। जनवरी में मेरी उम्र 75 साल हो जाएगी। अब पीछे एक ही आश्रम रहेगा। सामने बैठे स्टूडेंट से पूछा तो बोले सन्यास। अब चुनाव के लिए अन्य किसी और को मौका देना दीजिए। गुड़ामालानी की जनता व लोगों ने मुझे भरपूर सहयोग व समर्थन दिया है। इसके लिए मैं गुड़ामालानी की जनता का ताउम्र ऋणी रहूंगा। जनता का यह ऋण चुका नहीं पाऊंगा।
मंत्री ने कहा कि राजस्थान की पहली विधानसभा से लेकर चौदहवी विधानसभा चल रही है। गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक के लिए चौदह बार चुनाव हुए है। इसमें सबसे ज्यादा 6 बार यहां की जनता ने मुझे जिताया है। अब जीत का सिक्स लगवाया है। मेरी उम्र बहुत हो गई है। प्रोग्राम मे बैठे एक बुजुर्ग ने कहा कि कहा साहब सात बार सतोलिया खेल लीजिए तो हेमाराम चौधरी ने चुटकी लेते हुए बोले क्रिकेट में सिक्स ही होता है मैं तो क्रिकेट ही खेलूंगा।
खेल को जोड़ा राजनीतिक करियर से
वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि अपनी स्पीच में मजाकिया अंदाज में कहा कि खेल हो या अन्य कोई जीतने के लिए तीन या पांच बार मैच करना पड़ता है। तीन बार में दो बार जीत जाता है और पांच बार में तीन बार जीत जाता है वह विजयी घोषित हो जाता है। इसलिए मैं बीजेपी प्रत्याशी लादूराम विश्नोई के सामने तीन बार जीत चुका हूं अब अगर पांचवी बार भी लड़ लूंगा तो विनर तो मैं ही रहूंगा। पांचवे मैंच चुनाव की जरूरत कहा है मैं तो विनर हो गया। पांचवे मैच की जरूरत ही नहीं है नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। मेरी उम्र भी हो गई है। गुड़ामालानी से मुझे 6 बार एमएलए बनाया। गंगाराम चौधरी चार एमएमल बने थे। बाकी सब एक-एक बार एमएमलए बने है।