पारा का दादा उर्फ दीपक निकला दूध एजेंट को गोली मारकर लूटने वाला

पारा का दादा उर्फ दीपक निकला दूध एजेंट को गोली मारकर लूटने वाला

लखनऊ के पारा इलाके में 13 अक्टूबर को नमस्ते इंडिया के दूध डीलर कुलदीप मिश्रा को गोली मारकर लूटा जाता है। इसके आरोपी की तस्वीर देख करके उसकी मां ने पहचान कर ली। इसके बाद पुलिस ने आरोपी व उसके साथी को भरोसा गांव के मौदा रोड से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने दोनों के पास से लूट की रकम, अवैध तमंचा, बाइक व अन्य माल बरामद कर जेल भेजा।

मोहल्ले का दादा दीपक निकला बदमाश

ज्वाइंट सीपी पीयूष मोर्डिया के मुताबिक पकड़े गए दोनों आरोपी काशी राम कॉलोनी में रहने वाले अमर व दीपक सिंह हैं। 13 अक्टूबर को ये बदमाश दूध विक्रेता कुलदीप मिश्रा को पारा इलाके में गोली मारकर रुपयों से भरा हुआ बैग लूट ले गए थे। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस ने CCTV जांचने शुरू किए। पुलिस को एक फुटेज में बदमाश नजर आए। दोनों की तस्वीर दिखाकर पूछताछ की जाने लगी। फुटेज की मदद से पता चला की दोनों काशी राम कॉलोनी की तरफ गए हैं। काशीराम कॉलोनी में पूछताछ की गई, तो एक व्यक्ति ने बताया कि ये तो दादा है, दादा का असली नाम दीपक और दूसरा उसका साथी अमर है।

लुटेरे बेटे को उसकी मां ने पहचाना

जेसीपी के मुताबिक आरोपी अमर की तस्वीर दिखाकर पूछताछ की जा रही थी। तभी पुलिस की टीम अमर की मां गुलशन के पास पहुंची। अमर की तस्वीर दिखाते ही वह घबरा गई और एक्सीडेंट हो गया पूछने लगी। पुलिस ने जानकारी दी, तो दीपक व उसके दोस्तों पर अपहरण का आरोप लगाने लगी। जेसीपी के मुताबिक दूसरे दिन ही जानकारी हुई कि मां गुलशन भी फरार हो गई। हालांकि कुछ ही दिन बाद आरोपियों का पता चल गया।

दुकान पर बैठकर करवाई रेकी

एसीपी अनिन्द्य विक्र​म सिंह के मुताबिक दीपक के पिता की सब्जी की दुकान व अमर की मां की परचून की दुकान है। दोनों कभी एक-दूसरे की दुकान पर मिलते थे। एसीपी के मुताबिक दीपक ने इलाके में स्थित एक दुकान पर दूध लेकर तगादा करने के लिए आता था। इस पर उसने अपने साथी हारून को बताई। हारून ने रंजीत के साथ मिलकर रेकी और दीपक को बताया कि दो से तीन लाख रुपए की रोजाना की वसूली बताई। हारून ने दीपक से अमर के साथ वारदात को अंजाम देने के बात कही।

हारून ने दिया था बाइक व अवैध तमंचा

एसीपी के मुताबिक दीपक ने हारुन को बताया था कि बाइक व अवैध तमंचा नहीं है। इस पर हारून ने बाइक व तमंचा का इंतजाम कर दिया। साथ ही वारदात के बाद लौटाने के लिए कहा। लूट के बाद बैग व बाइक देने पहुंचे तो हारुन ने आधी रकम व बाइक लेकर वापस भेज दिया।

डकैती की साज़िश में हारुन व रंजीत हो चुके गिरफ्तार

एसीपी के मुताबिक हारून व रंजीत के बारे में जानकारी की गई, तो पता चला की दोनों मूल रूप से मोहनलाल गंज के रहने वाले हैं। दोनों को गोमतीनगर व क्राइम टीम ने मिलकर डकैती के आरोप में गिरफ्तार कर 8 नवंबर को जेल भेजा है। एसीपी ने बताया कि चारों आरो​पियों की रिमांड लेने के बाद पूछताछ कर कैसे जुड़े थे। इसके बारे में पता लगाया जाएगा।

200 से ज्यादा कैंमरे व 80 लोगों से पूछताछ के बाद हुआ खुलासा

एसीपी के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश की जा रही थी। लेकिन लूट के दौरान मोबाइल तक इस्तेमाल नहीं किया था। ऐसे में पता नहीं लगाया जा पा रहा था। ऐसे में सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई। बाइक सवार के बारे में पता लगाया गया और जिस रास्ते से वह निकले थे। उन रास्तों पर लगे 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई और 70 से 80 लोगों से पूछताछ करने बाद आरोपियों पता लगाया जा सका। जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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