राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि की विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी भाजपा के समर्थकों ने रविवार को राज्य के कई हिस्सों में रैलियां निकालीं। राज्य के सुधार गृह मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस टीएमसी के नेता गिरि के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कोलकाता के अलावा पश्चिम बर्द्धमान, मालदा और बांकुड़ा जिलों में भी प्रदर्शन किये गये। बांकुड़ा के खटरा में, राज्य की मंत्री ज्योत्सना मांडी को विरोध का सामना करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों ने गिरि के खिलाफ नारे लगाते हुए उनकी कार को रोक लिया।
खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री मांडी ने बाद में कहा, मैं उनकी गिरि की टिप्पणी का समर्थन नहीं करती और उनके द्वारा दिया गया बयान व्यक्तिगत है। इस बीच, भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने गिरि के खिलाफ दिल्ली के एक पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और उन्हें मंत्री पद से हटाने की मांग की। एक कथित वीडियो क्लिप में, गिरि को शुक्रवार को नंदीग्राम में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान राष्ट्रपति के रूप के बारे में टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है।
गिरि को यह कहते सुना गया, उन्होंने भाजपा कहा कि मैं अच्छा नहीं दिखता हूं। हम किसी को उसकी शक्ल से नहीं आंकते। हम भारत के राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं। लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं? बाद में मंत्री ने माफी मांगते हुए कहा था कि उनका उद्देश्य राष्ट्रपति का अनादर करना नहीं था। भाजपा ने हालांकि तृणमूल कांग्रेस और गिरि पर निशाना साधा और कहा कि उनकी टिप्पणी ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी की आदिवासी विरोधीमानसिकता को दर्शाती है।
भाजपा महिला मोर्चा ने उनकी टिप्पणी के लिए गिरि का पुतला फूंका। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी टिप्पणी की निंदा की और कहा कि किसी को भी राष्ट्रपति पर इस तरह की टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। टीएमसी ने बाद में एक ट्वीट में कहा कि नेतृत्व ने किसी भी तरह से इस टिप्पणी का समर्थन नहीं किया। टीएमसी ने ट्वीट किया था, भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के लिए हमारे मन में बहुत सम्मान है। पार्टी अखिल गिरि द्वारा की गई दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है।