आपकी कल्पना को हकीकत में बदलेगा कैनवा का टेक्स्ट टू इमेज फीचर

आपकी कल्पना को हकीकत में बदलेगा कैनवा का टेक्स्ट टू इमेज फीचर

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई डिजाइन ऐप Canva टेक्स्ट-टू-इमेज AI टूल लॉन्च करने वाला लेटेस्ट क्रिएटिव प्लेटफॉर्म है. कंपनी ने सितंबर में इस फीचर की टेस्टिंग शुरू की थी और अब इसे ऐप के 100 मिलियन से ज्यादा यूजर्स के लिए रोल आउट कर रही है. यह फीचर ओपन-सोर्स टेक्स्ट-टू-इमेज मॉडल स्टेबल डिफ्यूजन का इम्प्लीमेंटेशन है, जिसमें कुछ एक्स्ट्रा सेफ्टी फिल्टर और एक कस्टम यूआई है, जो कैनवा के यूजर्स को उनके मन मुताबिक रिजल्ट प्राप्त करने में मदद करता है.

कैनवा का एक मुफ्त ऐप होने के साथ-साथ एक एक्स्ट्रा फीचर्स वाला पेड वर्जन भी है. यह टूल सभी यूजर्स को एक दिन में 100 इमेज तक जनरेट करने की क्षमता प्रदान करेगा. आप कैनवा के टेक्स्ट-टू-इमेज फीचर को जैसे ही लोड करेंगे यह आपको सैंपल दिखाएगा. इनमें से आप अपनी पसंद की इमेज चुन सकते हैं.

अभी भी विकसित किया जा रहा है टूल

इस बारे में कैनवा के सह-संस्थापक कैमरन एडम्स ने द वर्ज से कहा, हम इसे अपनी कम्यूनिटी के लिए एक लर्निंग एक्सपीरियंस मान रहे हैं. हम इस तकनीक को उनके सामने लाने के इच्छुक हैं क्योंकि यह एक उभरता हुआ क्षेत्र है और यह सटीक तरीके सा काम करता है. यह अभी भी विकसित किया जा रहा है.

इमेज प्रिंट के लिए हो सकता है यूज

एडम्स का कहना है कि यह टूल कई तरह के ऐप के लिए उपयोग किया जा सकता है. साथ इसे प्रेजोनटेशन, फ़्लायर्स और टी-शर्ट पर इमेज प्रिंट करने के लिए भी इस्तेमाल किया गया है. यह फीचर टेक्स्ट-टू-इमेज एआई टूल्स का लेटेस्ट उदाहरण है. स्टेबल डिफ्यूजन के लॉन्च ने विशेष रूप से इन सिस्टम तक एक्सेस तेज कर दिया है.

माइक्रोसॉफ्ट ने किया ऐड

इसका ओपन-सोर्स कंपनियों को इसे अपने प्रोडक्ट को मुफ्त में इंटिग्रेट करने की अनुमति देता है. साथ ही टेक्स्ट-टू-इमेज क्रिएटिव प्लेटफॉर्म के लिए तेजी से एक प्रमुख टूल बन रहा है. पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने ऑफिस सूट में अपना टेक्स्ट-टू-इमेज टूल, माइक्रोसॉफ्ट डिज़ाइनर लॉन्च किया था.

विवादों को दिया जन्म

इन सिस्टम के उदय ने कुछ विवादों को भी जन्म दिया है. विशेष रूप से ट्रेनिंग डेटा के लिए कॉपीराइट की गई इमेजरी के उपयोग को लेकर विवाद सामने आया है. कई कलाकारों ने पाया है कि कमर्शियल प्रोडक्ट को बनाने के लिए उनकी सहमति के बिना उनके काम का उपयोग किया गया है, हालांकि जिम्मेदार कंपनियों और रिसर्चर्स का कहना है कि इस डेटा का उपयोग करना यूएस फेयर यूज प्रोविजन जैसे प्रावधानों द्वारा कवर किया गया है.


 hmilks
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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