नई दिल्ली: एंड्रॉयड और ऐपल में से सिक्योर डिवाइस की बात की जाएं तो ज़्यादातर लोगों का मानना है कि ऐपल डिवाइसेज प्राइवेसी के मामले में सबसे अलग और टॉप पर होती हैं. लेकिन अब इससे जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामना आया है. पता चला है कि ऐप स्टोर के ज़रिए ऐपल यूज़र्स की एक्टिविटी को ट्रैक कर रहा है. दो सिक्योरिटी रिसर्चर का दावा है कि आईओएस, ऐपल को एक डिटेल लॉग भेजता है कि यूज़र्स ऐप स्टोर पर ऐप के साथ कैसे इंटरैक्ट करते हैं. साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, Apple मई 2021 में iOS 14.6 जारी होने के बाद से ऐप स्टोर पर नज़र रख रहा है.
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर ने नोटिस किया कि ऐपल ऐप स्टोर पर यूज़र्स द्वारा टैप की जा रही हर चीज को ट्रैक कर रहा है. साथ में ये भी बताया गया है कि ऐपल को ये जानकारियों रियल टाइम में JSON फाइल के ज़रिए से भेजी जाती है.
रिपोर्ट कहती है कि Apple मई 2021 में iOS 14.6 को लॉन्च करने के बाद से ऐप स्टोर एक्टिविटी को लगातार ट्रैक कर रहा है. दिलचस्प बात यह है कि Apple ने एक महीने पहले iOS 14.5 के साथ रोल आउट किया था.
ऐप स्टोर विज्ञापन में बदलाव से Privacy को खतरा!
साइबर रिसर्चर ने ट्वीट्स की एक सीरीज़ में नोट किया है कि हाल ही में ऐपल ने ऐप स्टोर विज्ञापनों में जो बदलाव किए हैं, उससे प्राइवेसी को लेकर कई सवाल उठते हैं. रिसर्चर ने कहा कि ये स्पष्ट नहीं है कि ऐपल अभी भी आईओएस 16 के लिए एनालिटिक्स डेटा इकट्ठा कर रहा है या नहीं. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक ऐप स्टोर पर्सनलाइज़ ऐड ऑप्शन बंद होने पर भी डेटा भेजता रहता है.
पिछले महीने, ऐपल ने ऐप स्टोर में नए विज्ञापन प्लेसमेंट पेश किए थे. जहां पहले, डेवलपर सिर्फ ऐप स्टोर सर्च में अपने ऐप का प्रचार कर सकते थे, वहीं अब डेवलपर्स ऐप पेज और टुडे टैब में अपने ऐप दिखाने के लिए भी भुगतान कर सकते हैं.