नाइजीरिया में 90 दिनों से फंसे 16 भारतीय

नाइजीरिया में 90 दिनों से फंसे 16 भारतीय

नाइजीरिया में फंसे 16 भारतीयों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। भारत सरकार से कोई खास मदद उन्हें नहीं मिल पा रही है। बुधवार रात को नाइजीरिया में फंसे कानपुर के रोशन अरोड़ा ने एक और वीडियो अपने परिजनों को भेजा है। जिसमें वह अन्य भारतीयों के साथ मदद की गुहार लगा रहा है।

बेटे की बातों से परिजन रो-रोकर बेहाल

कानपुर गोविंद नगर निवासी के रहने वाले अरोड़ा ने अपने पिता मनोज को रात करीब 8 बजे 2 वीडियो भेजे। जिसमें रोशन के साथ 16 भारतीय कह रहे हैं कि प्लीज बचा लीजिए, हाथ जोड़ रहे हैं, हमें नहीं पता हम लोग अब फैमिली से कब मिल पाएंगे। नाइजीरियन नेवी हम लोगों को खींचकर यहां से ले जाएगी। मोबाइल भी ले लिए जाएंगे।

शिप को खींचकर ले जाएंगे नाइजीरिया

वीडियो में चीफ ऑफिसर सानू जस ने बताया कि नाइजीरियन नेवी अवैध तरीके से पूरी कार्रवाई कर रही है। जो 15 लोग डिटेंशन सेंटर में रखे गए थे, उन्हें शिप में वापस भेज दिया गया है। अब शिप को खींचकर डॉक से नाइजीरिया वाटर्स में ले जाया जाएगा। एक्ट ऑफ पायरेसी के तहत नाइजीरियन नेवी ऐसा नहीं कर सकती है।

सरकार से लगातार लगा रहे हैं गुहार

शिप में मौजूद थर्ड ऑफिसर रोशन अरोड़ा के साथ सभी 16 भारतीय इंडियन फ्लैग के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से बचाने की गुहार लगा रहे हैं। पिता मनोज के मुताबिक सरकार अपने भारतीयों को बचाने के लिए कोई ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं कर सकी है। उन्हें जल्द एक्शन लेना होगा।

परिजन आज निकालेंगे पैदल मार्च

पिता मनोज अरोड़ा, बहन कोमल और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। रोशन समेत सभी 16 भारतीयों की बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए परिजनों ने गुरुवार यानी की आज नटराज सिनेमा चौराहा से चावला मार्केट चौराहा तक पैदल मार्च निकालने का फैसला लिया है। सोशल मीडिया पर जनसमर्थन भी मांगा जा रहा है।

कच्चा तेल चोरी करने का आरोप

गोविंद नगर निवासी रोशन अरोड़ा 3 महीने से साउथ अफ्रीका के गिनी देश में बंधक हैं। उनके साथ देश के 16 अन्य भारतीय हैं। सभी पर कच्चा तेल चोरी करने का आरोप नाइजीरियन नेवी ने लगाया है। शिप के क्रू में कुल 26 सदस्य हैं, इनमें रोशन समेत 16 भारतीय हैं। ये जॉब का उनका पहला शिपमेंट था।


टीम में 16 भारतीय, छह श्रीलंका, पोलैंड और फिलीपींस के एक-एक जवान हैं। दो अन्य मर्चेंट नेवी अफसर शामिल हैं। पिता ने बताया कि देहरादून, अंबाला, कर्नाटक के भी लोग वहां क्रू में फंसे हुए हैं। सभी 87 दिनों से बंधक हैं।

जुर्माना भरने के बाद भी नहीं छोड़ा

वॉट्सऐप कॉलिंग और चैट के जरिए सभी अपने परिवार वालों और शिप कंपनी के अधिकारियों के संपर्क में हैं। कंपनी ने रोशन को बताया था कि गिनी देश ने जुर्माना लगाया था, जिसे एक हफ्ते में ही भर दिया गया था। इसके बावजूद भी गिनी नेवी अब इन लोगों को छोड़ने के बजाय नाइजीरियन नेवी के हवाले क्यों करने जा रही है, यह समझ नहीं आ रहा है।


 l2vm61
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

Leave a Reply

Required fields are marked *