वाराणसी में 5 साल के एक बच्चे के दांत में दर्द हुआ। बच्चे का पिता उसे घर के पास स्थित क्लीनिक में ले गया। आरोप है कि शराब के नशे में डॉक्टर ने ऐसा इंजेक्शन लगाया कि कुछ ही देर में बच्चे की मौत हो गई। मामले को लेकर आदमपुर थाने में चतुर्भुज सेवा सदन क्लीनिक के संचालक डॉ. रमेश चंद्र शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
डॉक्टर ने दवा दी तो तबीयत बिगड़ गई
आदमपुर थाना के गंगा नगर कॉलोनी निवासी जितेंद्र यादव पेशे से पिकअप चालक हैं। जितेंद्र के दो बेटे हैं। जितेंद्र ने बताया कि 5 नवंबर की शाम उसके बड़े बेटे 5 वर्षीय अंश यादव के दांत में दर्द हुआ। बच्चे को दिखाने के लिए वह घर के पास क्लीनिक चलाने वाले डॉ. रमेश चंद्र शर्मा के पास गया।
डॉ. रमेश चंद शर्मा ने बच्चे को दवा दी और इंजेक्शन भी लगाया। इसके बाद बच्चे की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। इस पर डॉ. रमेश चंद शर्मा ने कहा कि बच्चे को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल ले जाओ। मंडलीय अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर की लापरवाही से जान गई
जितेंद्र यादव ने पुलिस से कहा कि बच्चे को दवा देते समय और सुई लगाते समय डॉ. रमेश चंद्र शर्मा शराब के नशे में धुत था। जितेंद्र ने कहा कि डॉ. रमेश चंद शर्मा की लापरवाही से उसके बेटे की जान गई है। वहीं, मासूम अंश की मौत के बाद उसकी मां क्षमा और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
उधर, इस संबंध में आदमपुर थाने की पुलिस ने बताया कि तहरीर के आधार पर डॉ. रमेश चंद शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।