एडिलेड: आईसीसी टी20 वर्ल्ड के सुपर-12 मुकाबले में बुधवार को भारत से पांच रन की हार के बाद बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरूल हसन ने दावा किया है कि विराट कोहली ने फेक फील्डिंग की थी, जिसे मैदानी अंपायरों ने मिस कर दिया. अन्यथा बांग्लादेश को संभावित रूप से पांच पेनल्टी के रन मिल सकते थे. यहां तक कि बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन भी बारिश की रुकावट के बाद खेल को फिर से शुरू करने से पहले अंपायरों के साथ बातचीत करते नजर आए थे. अब, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड बीसीबी ने कथित तौर पर विवादास्पद अंपायरिंग मामले को उचित मंच पर उठाने का फैसला किया है.क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीबी के क्रिकेट संचालन अध्यक्ष, जलाल यूनुस ने कहा कि शाकिब ने अंपायरों के साथ फेक फील्डिंग का मामला उठाया था, लेकिन उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया. मैच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नुरूल ने इस घटना का जि़क्र किया. उन्होंने कहा, हम सभी ने देखा कि यह एक गीला मैदान था. अंतत जब हम इन चीजो के बारे में बात करते हैं, तो एक फेक थ्रो भी किया गया था. यह पांच रन का पेनल्टी हो सकता था. वह हमारे पक्ष में आ सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से यह भी अमल में नहीं आया.रिपोर्ट के मुताबिक, जलाल ने कहा, हमने इसके बारे में बात की है. आपने इसे टीवी में देखा है और सब कुछ आपके सामने हुआ है. उसमें से एक मामला फेक थ्रो से जुड़ा था और हमने अंपायरों को फेक थ्रो के बारे में सूचित किया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए रिव्यू लेने से इनकार कर दिया कि कहा कि उन्होंने इसे नोटिस नहीं किया. शाकिब ने अंपायर इरास्मस के साथ इस बारे में बहुत चर्चा की और यहां तक कि खेल के बाद भी उनसे बात की.जलाल ने यह भी कहा कि शाकिब ने बारिश की रुकावट के थोड़ी देर बाद ही अंपायरों से खेल शुरू करने का अनुरोध किया था, लेकिन अंपायरो ने इसे ठुकरा दिया. उन्होंने कहा, दूसरा मुद्दा, शाकिब ने गीले मैदान के बारे में अंपायरों बात की थी और उन्होंने कहा कि वह कुछ और समय ले सकते हैं और मैदान के सूखने के बाद खेल शुरू कर सकते हैं, लेकिन अंपायरों का फैसला अंतिम है और यही कारण है तर्क के लिए कोई जगह नहीं थी. केवल एक ही फैसला था कि आप खेलेंगे या नहीं.फेक फील्डिंग की घटना बांग्लादेश द्वारा लक्ष्य का पीछा करने के दौरान सातवें ओवर में हुई, जब लिटन दास ने अक्षर की गेंद को डीप ऑफ साइड में खेला. जैसे ही अर्शदीप सिंह ने थ्रो किया, प्वॉइंट पर खड़े कोहली ने अपने पास से जा रही गेंद पर नॉन-स्ट्राइकर की ओर थ्रो करने जैसा फेक फील्डिंग किया. इसपर उस समय मैदान में मौजूद किसी का ध्यान नहीं गया, जिस वजह से मैदानी अंपायरों मरे इरास्मस और क्रिस ब्राउन ने कोई एक्शन नहीं लिया. यहां तक कि बांग्लादेश के दोनों बल्लेबाजों लिटन दास और नजमुल हुसैन शांतो ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया.क्रिकेट का नियम 41.5 अनफेयर प्ले से संबंधित है. यह नियम जानबूझकर बल्लेबाज का ध्यानभटकाना, धोखा या रुकावट जैसी चीजों को प्रतिबंधित करती है. यदि किसी घटना को इस नियम के अनुसार उल्लंघन माना जाता है, तो अंपायर उस गेंद को डेड बॉल घोषित कर सकता है और बल्लेबाजी टीम को पांच रन दे सकता है.रिप्ले में देखा जा सकता है कि कोहली ने धोखा देने की कोशिश की, डीप से अर्शदीप का थ्रो जब उनके दाहिने हाथ की ओर से जा रहा था उसी क्षण उन्होंने सांकेतिक रिले थ्रो किया. समझा जाता है कि अंपायरों को निर्णय रीयल टाइम में लेने की जरूरत है. नियम बल्लेबाजों को धोखा देने के प्रयास को लेकर है, न कि उन्हें सचमुच धोखा दिए जाने को लेकर.
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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023