लंदन: अपनी बातों पर टिके रहने को लेकर पहचान बनाने वाले ब्रिटिश PM ऋषि सुनक British PM Rishi Sunak ने प्रधानमंत्री पद संभालने के कुछ दिनों बाद ही पहला यू टर्न ले लिया. अगले सप्ताह मिस्र में होने जा रहे COP27 शिखर सम्मेलन में भाग लेने से मना करने वाले सुनक ने कड़ी प्रतिक्रियाओं को देखते हुए अपने फैसले को पलट दिया है. सुनक ने आर्थिक मुद्दों पर काम करने के लिए वार्षिक जलवायु सम्मेलन में न जाने का निर्णय लिया था, जिसकी काफी आलोचना हो रही थी.
ट्रोल होने के बाद ऋषि सुनक ने ट्विटर पर लिखा कि जलवायु परिवर्तन पर काम किए बिना दीर्घकालिक समृद्धि नहीं आ सकती है. साथ ही उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा में निवेश किए बिना कोई ऊर्जा सुरक्षा नहीं मिल सकती है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने पहले कहा था कि जलवायु वार्ता में भागीदारी 17 नवंबर को होने वाले घरेलू बजट की प्रगति पर निर्भर करेगी. ऋषि ने आगे ब्रिटेन में हुए सम्मलेन का जिक्र करते हुए कहा कि वह एक सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य के निर्माण की ग्लासगो की विरासत को वितरित करने के लिए शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं.
विपक्षी दलों ने की आलोचना
सामाजिक कार्यकर्ताओं, विपक्षी राजनेताओं और यहां तक कि उनकी अपनी पार्टी के कुछ लोगों द्वारा आलोचना का शिकार होने के बाद सुनक ने अपने पूर्व के फैसले से पलटते हुए जलवायु परिवर्तन पर काम करने को बेहद जरूरी बताया है. हालांकि, अभी तक उनके कार्यालय ने कहा था कि सुनक के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के 27वें सत्र में भाग लेने की उम्मीद नहीं है.