यूपी में डेंगू समेत तमाम वायरल इन्फेक्शन का कहर देखने को मिल रहा हैं। अस्पतालों में बड़ी संख्या में बुखार से परेशान मरीज थके हारे पहुंच रहे हैं। कड़ी मशक्कत के बाद पर्चा बनवाकर डॉक्टर तक तो किसी मरीज पहुंच जा रहे हैं पर दवाई लेने उनके लिए सबसे कष्टकारी हैं।
जी हां, ऐसे हालात किसी दूर दराज इलाके के जिला अस्पताल के नही बल्कि प्रदेश की राजधानी के अस्पतालों के हैं। लखनऊ के एलडीए कॉलोनी में बने लोकबंधु अस्पताल में मरीजों की दवा काउंटर पर लगी लंबी भीड़ भी से यह साफ नजर आ रहा हैं। हालांकि इन परेशानियों से जूझते हुए बमुश्किल मरीज दवा लेकर किसी तरह घर जा रहे हैं पर जिम्मेदार सब कुछ दुरुस्त करने का दावा करते हुए खुद पीठ ठोकते दिख रहे हैं।
दरअसल बुखार से तप रहे राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में रोगियों के सामने इलाज कराने में कई समस्याएं सामने आ रही हैं। अस्पतालों में फीवर की मरीजों की लंबी कतारें हैं और जांच को लेकर हीलाहवाली करने वाला तंत्र हैं। इस बीच भास्कर की टीम ने राजनारायण लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर जमीनी हालातों को परखा तो कई चौकाने वाली बातें सामने आई।
घर में सब बुखार की चपेट में, कौन लाइन में लगेगा?
एलडीए कॉलोनी निवासी राकेश सिंह बताते है कि डेंगू जैसे लक्षण हैं। लगातार बुखार हैं और हाथ पैर में दर्द भी हैं। दिवाली के बाद से घर में सभी को बुखार आ रहा हैं।एक दो बार दवा ले चुका हूं पर तबियत पूरी तरह से ठीक नही हैं। लंबी लाइन लगी थी पर बाद में डॉक्टर ने देखा और दवाई लिखी हैं। अब सबसे मुश्किल दवाई लेना यहां बहुत लंबी लाइन हैं बीमार आदमी तो लाइन लगाकर खड़ा ही नही हो पाएगा।
मेरी रिपोर्ट आज आई पॉजिटिव
पारा निवासी देव यादव ने बताया कि चार-पांच दिन से बुखार आ रहा था और नजदीक के क्लीनिक से दवाई ली थी। आराम नही हुआ तो यहां आया, डॉक्टर को दिखाकर जांच कराई हैं और आज रिपोर्ट में डेंगू निकला हैं। अब देखिए लगता है 4 से 5 दिन बाद ही आराम मिलेगा।
इनकी सुनिए -
लोकबंधु अस्पताल की निदेशक डॉ. दीपा त्यागी ने बताया अस्पताल में ब्लड जांच की सुविधा उपलब्ध हैं और 2 दिन बुखार के बाद जांच करने की हिदायत दी गई हैं। मरीजों को दवाई भी मुहैया कराई जा रही हैं। जहां कही कोई कमी होगी उसे भी दुरुस्त किया जाएगा।
खुला ड्रेनेज दे रहा डेंगू को दावत
पानी का ठहराव डेंगू के लिए सबसे ज्यादा घातक हैं। अस्पतालों का ओपन ड्रेनेज सिस्टम भी मच्छरों को पनपने का अवसर देता हैं। लोकबंधु अस्पताल के गायनी वार्ड के बगल के रास्ते में खुली नालियां मच्छरों को पनपने का अवसर दे रही हैं। ऐसे हालात तब हैं जब अस्पताल में पहले से ही डेंगू संक्रमित बड़ी तादाद में मरीज भर्ती हैं।
यह है प्रदेश का आंकडे
सरकारी अफसरों की माने तो अब तक यूपी में डेंगू के 7 हजार 134 रिपोर्ट हुए है। जबकि प्रयागराज में छह, बाराबंकी, बरेली और लखनऊ में एक-एक मौतें दर्ज हुई हैं। इस बार लखनऊ और आसपास का इलाका ज्यादा डेंगू की चपेट में है जबकि पिछले साल यहां ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिली थी। हालांकि अब तक सबसे ज्यादा मरीज प्रयागराज में मिले हैं। प्रदेश में अब तक 16 जिले ऐसे हैं, जिनमें 100 से अधिक डेंगू रोगी जांच में सामने आ चुके हैं।