हरदोई जिले को यूँ ही अलग मुल्क नही कहा जाता , यहां का तिल भी ताड़ की बराबरी कभी भी कर सकता है । किसी न किसी वज़ह से चर्चा में रहता ही है जिला हरदोई ।
आज सियासी और प्रशासनिक हलकों में हरदोई का कलेक्ट्रेट ऑफिस और ऑफिस में तैनात अतिरिक्त मजिस्ट्रेट (एसडीएम) की सरकारी गाड़ी चर्चा में आ गयी तब जब समाजवादी पार्टी ने एक वीडीओ अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर पोस्ट कर दिया । वीडियो में एसडीएम लिखी एक सरकारी गाड़ी को कुछ लोग धक्का लगाते दिख रहे थे ।
समाजवादी पार्टी ने लिखा कि योगी सरकार की धक्कामार व्यवस्था! हरदोई में उपजिलाधिकारी की गाड़ी को धक्का लगा रहे पुलिसकर्मी। यूपी को नंबर 1 बनाने का दावा करने वाली भाजपा सरकार के सिस्टम की खुली पोल। रोज़ बदतर हो रहे प्रदेश के हालात, शर्म करो सरकार।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हलचल मच गई , khanzarsutra.com ने जब मामले की पड़ताल की तो मिल गए गाड़ी के ड्राइवर युगराज । युगराज ने बताया कि ये गाड़ी अखिलेश यादव की सरकार में बहुउद्देशीय रुप में शासन से दी गयी थी , ये गाड़ी पशुपालन विभाग से ताल्लुक रखती है असल मे जो अभी तक सांडी ब्लॉक में अपनी सेवाएं दे रही थी पर प्रशासन ने इसे वहां से मंगवाकर यहां सम्बद्ध कर दिया । इस गाड़ी के रखरखाव सर्विस आदि समय से ना होने के चलते इसमे खराबी आ गयी थी । ड्राइवर युगराज ने अपना दर्द भी बयान किया , उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी तनख्वाह भी नही मिलती और इस गाड़ी के यहां सम्बद्ध होने के चलते पशुपालन विभाग के डॉक्टर साहब को भी बहुत परेशानी होती है , गोशाला आदि में इलाज करने के लिए वो कहीं आ जा नही पाते ।
वाकई में इस सरकारी सिस्टम के ढोल में इतनी पोलें हैं कि एक खोजेंगे हजार मिलेंगी , सब कुछ वाकई में राम भरोसे ही है ।