ग्लोबल अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त: डेंगू मरीज को खराब प्लेटलेट चढ़ाने के मामले में CMO ने की कार्रवाई

ग्लोबल अस्पताल का रजिस्ट्रेशन निरस्त: डेंगू मरीज को खराब प्लेटलेट चढ़ाने के मामले में CMO ने की कार्रवाई

प्रयागराज में ग्लोबल अस्पताल का पंजीकरण निरस्त कर दिया गया है। इस अस्पताल में डेंगू के मरीज को खराब प्लेटलेट चढ़ाया गया। जिससे बाद में उसकी मौत हो गई थी। सीएमओ ने जांच में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पाई। जिसके बाद शासन के निर्देश पर सीएमओ ने ये कार्रवाई की है।


19 अक्टूबर को खराब प्लेटलेट्स चढ़ने से मरीज की हुई थी मौत


19 अक्टूबर को खराब प्लेटलेट्स चढ़ने से डेंगू मरीज प्रदीप पांडेय की मौत हो गई थी। परिजनों ने प्लेटलेट की जगह अस्पताल प्रशासन पर मौसमी का जूस चढ़ाने का अरोप लगाया था। प्लेटलेट की जगह मौसमी का जूस चढ़ाने के मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार हरकत में आई और डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य महकमे के मंत्री बृजेश पाठक के आदेश पर 19 अक्टूबर को CMO, प्रयागराज डॉ. नानक सरन ने ग्लोबल अस्पताल को सील कर दिया था। उधर, प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जिस मकान में अस्पताल चल रहा है उसके मालिक मालती देवी को ध्वस्तीकरण का नोटिस दिया था। इसके खिलाफ मालती देवी ने हाईकोर्ट का दरवाला खटखटाया था।


28 अक्टूबर को हाईकोर्ट से मिली थी बड़ी राहत


अभी एक दिन पहले ही 28 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के ध्वस्तीकरण पर स्टे देकर बड़ी राहत दी थी। 6 सप्ताह तक किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। यह आदेश मालती देवी की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दाखिल याचिका पर जस्टिस सूर्य प्रकाश केसरवानी और जस्टिस विकास बुधवार ने दिया था।


मालती देवी के नाम पर है मकान


जांच में पता चला है कि जिस भवन में ग्लोबल अस्पताल रहा था। वह पप्पू लाल साहू की पत्नी मालती देवी के नाम है न कि ग्लोबल अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा का। इसी आधार पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में पीडीए की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को चैलेंज करने वाली मालती देवी ने याचिका में कहा है कि उन्होंने 14 अक्टूबर 2009 में 179.2 स्क्वैर मीटर का प्लॉट लेकर घर बनवाया था। उस समय यह गांव था और यह जमीन साहा गांव, पीपलगांव सदर तहसील में आता था। यह प्रयागराज विकास प्राधिकरण की सीमा से बाहर था। उस समय पीडीए से नक्शा पास कराने की जरूरत नहीं थी।


50 हजार मंथली रेंट एग्रीमेंट पर दिया था घर


मालती देवी ने अपनी याचिका में कहा है कि उन्होंने 10 फरवरी 2021 को ग्लोबल हॉस्पिटल से ₹50000 मंथली रेंट एग्रीमेंट किया था। तब से ग्राउंड फ्लोर पर यह अस्पताल श्याम नारायण के साथ भी रेंट एग्रीमेंट पर चल रहा था। ग्लोबल हॉस्पिटल को 18 रूम और दो दुकाने रेंट पर दी गई थीं।


19 अक्टूबर 2022 को चीफ मेडिकल ऑफिसर द्वारा इस अस्पताल को सील कर दिया गया। इसके 2 दिन बाद 21 अक्टूबर 2022 को प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के जोनल ऑफिसर की तरफ से इलीगल कंस्ट्रक्शन की नोटिस भेजी है। नोटिस में कहा गया है कि बिना नक्शा पास कराए भवन बना लिया गया है तो क्यों नहीं से डिमोलिश्ड कर दिया जाए और 28 अक्टूबर 2022 तक जवाब मांगा गया है। याची का कहना है कि जिस समय घर बनवाया गया उस समय यह प्रयागराज विकास प्राधिकरण की सीमा क्षेत्र से बाहर था अब अगर प्रयागराज विकास प्राधिकरण की सीमा के क्षेत्र में है मकान आ गया है और किसी भी तरह से पीडीए के नियमों का उल्लंघन हो रहा है तो वह कंपाउंडिंग चार्ज जमा करने को तैयार हैं। उनका घर न गिराया जाए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने अग्रिम आदेश तक कोई भी दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी है।


अस्पताल प्रशासन ने आरोपों से किया इनकार


जांच में पता चला है कि जिस भवन में ग्लोबल अस्पताल चल रहा था वह पप्पू लाल साहू का है न कि ग्लोबल अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा का। सौरभ मिश्रा ने इस भवन को किराए पर ले रखा था। सौरभ मिश्रा का कहना है कि प्लेटलेट लाकर मरीज के परिजनों ने ही दिया था। ऐसे में अस्पताल की इसमें जरा भी गलती नहीं है। मुझे बिना वजह बलि का बकरा बनाया जा रहा है। हम इसके खिलाफ उचित फोरम पर अपील करेंगे।


नोटिस के बाद पप्पू लाल साहू की नींद हराम


प्रयागराज विकास प्राधिकरण का नोटिस मिलने के बाद मकान मालिक पप्पू लाल साहू के होश फाख्ता हैं। पप्पू लाल साहू इस बात से परेशान हैं कि उनकी कोई गलती नहीं है फिर भी उनके भवन को पीडीए ने नोटिस दिया है। नोटिस मिलने के बाद पप्पू लाल साहू अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि PDA ने बिल्डिंग के मालिक पप्पू लाल साहू से जवाब मांगा है।


मौसमी का जूस नहीं, खराब प्लेटलेट चढ़ाने से हुई थी मौत


बमरौली निवासी प्रदीप पांडेय को खराब प्लेटलेट्स चढ़ाई गई थी। झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में भर्ती प्रदीप पांडेय की मौत मौसमी चढ़ाने से नहीं, बल्कि खराब हो चुकी प्लेटलेट्स से हुई थी। इस बात का खुलासा स्वास्थ्य विभाग की जांच में हुआ है। प्रयागराज के मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉ. नानक सरन ने बताया कि मरीज को मौसमी का जूस चढ़ाने की बात गलत है। वह प्लेटलेट ही थी पर एक्सपायर हो गई थी। यानी उचित तापमान और रखरखाव के अभाव में खराब हो गई थी। हां, उस पर चस्पा किया गया रैपर जरूर फर्जी था। इस मामले की जांच हो रही है कि डेंगू मरीज को सही प्लेटलेट्स की जगह खराब प्लेटलेट्स कैसे चढ़ा दी गई? इस रैकेट में कौन-कौन शामिल थे।

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