बीजिंग: चीन और अमेरिका के बीच बीते दिनों काफी तनाव उभर कर सामने आया था. लेकिन अब खबर है कि चीन, अमेरिका के साथ काम करने को तैयार है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि चीन संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ काम करने को तैयार है, ताकि दोनों देशों को लाभ मिल सके. इसकी सूचना राज्य प्रसारक सीसीटीवी ने गुरुवार को दी है. शी ने बुधवार को अमेरिका-चीन संबंधों पर राष्ट्रीय समिति के एक कार्यक्रम में एक संदेश में कहा कि प्रमुख शक्तियों के रूप में, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया को स्थिरता प्रदान करने में मदद करने के लिए संचार और सहयोग को मजबूत करना चाहिए.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार ताइवान के प्रति चीन की नीति को लेकर दोनों देश आमने-सामने हैं. इसके अलावा रूस के साथ चीन के संबंध और हाल ही में, चीनी कंपनियों को टेक्नोलॉजी बेचने वाली अपनी सेमीकंडक्टर कंपनियों को रोकने के लिए अमेरिका का प्रयास. इन सभी मुद्दों ने दोनों देशों के बीच लंबी खाई पैदा कर दी. लेकिन जिनपिंग का यह नया संकेत इन दोनों देशों के बीच रिश्तों को नया मोड़ दे सकता है.
गौरतलब है कि चीन हाल ही में अमेरिकी सांसदों द्वारा ताइवान की यात्राओं की एक श्रृंखला से नाराज था. चीन ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका स्व-शासित द्वीप पर खतरनाक संकेत भेज रहा है, जिसे चीन अपना दावा करता है. शी, जिन्होंने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की देखरेख करने वाली सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता के रूप में तीसरा कार्यकाल हासिल किया है, ने ताइवान पर विदेशी हस्तक्षेप को फटकार लगाई है और हाल ही में कहा था कि चीन इस पर बल प्रयोग के अधिकार को कभी नहीं छोड़ेगा.
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी चीन के साथ काम करने के संकेत दिए हैं. उन्होंने बुधवार को कहा कि अमेरिका, चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहता है. और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग यह जानते हैं.