गाजियाबाद में करीब 7 साल से प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम की अड़चनें अब दूर होने वाली हैं। स्टेडियम की प्रस्तावित जमीन के ऊपर से होकर गुजर रही हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए उप्र क्रिकेट एसोसिएशन UPCA ने हामी भर दी है, जिस पर करीब 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जनवरी-2023 से स्टेडियम का निर्माण शुरू होगा। 2 साल में ये बनकर तैयार हो जाएगा।
यह स्टेडियम 32.5 एकड़ में से 22 एकड़ जमीन पर बनेगा। बाकी 10.5 एकड़ जमीन पर फाइव स्टार होटल, हॉस्टल बनेगा। फर्स्ट फेज में यहां दर्शकों की क्षमता 45 हजार की होगी। बाद में ये बढ़ाकर 75 हजार तक की जाएगी। स्टेडियम निर्माण पर करीब 400 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सांसद वीके सिंह ने ट्वीट कर दी जानकारी
केंद्रीय राज्यमंत्री एवं गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह ने गुरुवार को ट्वीट करके बताया- गाजियाबाद के लोगों के लिए अच्छा समाचार। सालों से हम सबका एक सपना था कि यहां एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम हो। तमाम अड़चनों एवं अवरोधों के निवारण के उपरांत अब यह सपना साकार होने वाला है। जनवरी-2023 में इसका निर्माण शुरू होगा और दो साल में पूर्ण होगा।
सुरेश रैना ने भी उठाया था मुद्दा
4 जनवरी 2022 को देवरिया से BJP विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने क्रिकेट खिलाड़ियों से मुलाकात पर एक ट्वीट किया। पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने इसके रिप्लाई में लिखा- गाजियाबाद कब होगा सर, मेक सेंस? इस पर शलभमणि ने जवाब दिया- आपने कहा है तो पुरजोर प्रयास होगा, आप यूपी के गौरव हैं सुरेश रैना जी, बेस्ट विसेज।
आखिर में सुरेश रैना ने गाजियाबाद के स्टेडियम को लेकर चल रही उपेक्षा का दर्द बयां करते हुए ट्वीट किया- ये स्थिति है। 2015 में गाजियाबाद ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के सपने देखे थे। अभी भी सिर्फ जमीन ही जमीन दिखाई देती है। कृपया राज्य सरकार संज्ञान ले
लाइन शिफ्टिंग पर 14 करोड़ खर्च करेगा UPCA
उप्र क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर साल-2015 में काम करना शुरू किया। गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन इलाके में इसके लिए 32.5 एकड़ जमीन तलाश ली गई। 28 जुलाई 2019 को लखनऊ की इन्वेस्टर समिट में गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका भूमि पूजन भी कर दिया।
हालांकि बाद में बिजली लाइन की समस्या आ गई। प्रस्तावित स्टेडियम की जमीन के ऊपर से हाईटेंशन बिजली लाइन गुजर रही है। इसकी शिफ्टिंग पर 14 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। यूपी पॉवर कॉरपोरेशन चाहता है कि ये पैसा UPCA खर्च करे। अब जाकर UPCA ने इस पर अपनी सहमति दी है।