हिमाचल प्रदेश: विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी सत्ता में दोबारा लौटने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है। इसके लिए भाजपा अपने नेताओं की पूरी फौज हिमाचल के चुनावी मैदान में उतरने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैलियों का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। इतने नेताओं की रैलियों में सबसे अहम बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा है।
फिलहाल यूपी के सीएम योगी की दो रैलियों की तारीखें तय हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिमाचल में 8 और 10 नवंबर को रैली करेंगे। सीएम की यह दोनों रैली शिमला में होनी है। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होना है।
कम से कम 10 रैलियां करेंगे योगी आदित्यनाथ
भाजपा सीएम योगी की हिमाचल प्रदेश में तकरीबन 10 चुनावी रैलियां और 20 सामान्य सभाएं कराने की तैयारी कर रही है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इन रैलियों का ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही रैलियों का पूरा खाका तैयार कर लिया जाएगा।
भाजपा की प्रचार समिति से जुड़े एक वरिष्ठ कार्यकर्ता का कहना है कि योगी आदित्यनाथ की 10 रैलियों के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी की हिमाचल में तीन रैलियों का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसमें एक रैली 5 नवंबर को तय हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी चुनावी अधिसूचना जारी होने से पहले दो बार हिमाचल प्रदेश का पहले से ही दौरा कर चुके हैं।
यूपी का योगी मॉडल की वजह से बढ़ी मांग
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ भाजपा के उन चेहरों में शामिल हैं, जो अपनी सरकार के कामकाज और बेहतर कानून व्यवस्था के साथ-साथ अपराधियों और विरोधियों में एक कड़क नेतृत्व क्षमता वाले नेता के तौर पर पहचाने जाते हैं। योगी आदित्यनाथ की इस छवि से हिमाचल भाजपा को बहुत फायदा होगा। लिहाजा पार्टी सीएम योगी का इस्तेमाल हिमाचल में करने वाली है। इससे पहले भी तमाम राज्यों में विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने जहां भी प्रचार और रैली किया है, वहां पार्टी को फायदा मिला है। योगी भाजपा में हिंदुत्व के पोस्टर बॉय भी है।