मेरठ में 30 साल के दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या में पुलिस ने 2 नामजद आरोपियों को क्लीन चिट दी है। हत्या में आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों हत्यारोपियों से पूछताछ में पता चला है कि भांग और शराब के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद दोस्तों ने ही बिजेंद्र की हत्या कर दी। उसके बाद पेचकस, ईंट से सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार किए। मौत होने के बाद दोनों आरोपी शव को छोड़कर भाग निकले।
घर से बुलाकर जो ले गए
मंगलवार सुबह युवक का शव घर से 500 मीटर की दूरी पर खुले घेर में खून से लथपथ मिला। दलित युवक की हत्या के बाद गांव में लोगों की भीड़ जुट गई। युवक की मां ईश्वरी ने गांव के ही 3 युवकों पर हत्या का आरोप लगाया। मां ने कहा, "सोमवार रात 8 बजे गांव के सोनू और सचिन बुलाकर ले गए थे। मारपीट कर एक आंख भी फोड़ दी। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए सोनू और मोहित उर्फ भीम को अरेस्ट कर लिया। मगर सगे भाई सोनू और सचिन की भूमिका नहीं मिली।
मानसिक रूप से कमजोर था युवक
इंचौली के जलालपुर गांव के रहने वाले बिजेंद्र 30 साल मजदूरी करता था। बिजेंद्र चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। बिजेंद्र के पिता बृजपाल की दस साल पहले मौत हो चुकी है। आरोप है कि बिजेंद्र को बेहरमी से पीटकर हत्या कर दी गई। मरने वाला युवक दलित बिरादरी का था। जबकि आरोपी गुर्जर बिरादरी के हैं। लेकिन बृहस्पतिवार को पुलिस ने जिस मोहित को अरेस्ट किया है वह दलित बिरादरी का है।
साथ में शराब पी, अपनी भांग दी नहीं
सीओ सदर देहात पूनम सिरोही ने बताया कि बिजेंद्र सचिन और उसके भाई सोनू के यहां काम करता था। दीपावली की रात करीब आठ बजे बजे बिजेंद्र अपने घर से गया। जहां रात में मोहित और सोनू के साथ बैठकर शराब पी। मोहित और सचिन पर अपनी शराब थी। जबकि बिजेंद्र पर भांग थी।
इस भांग को बीड़ी में भरकर पीना था। लेकिन बिजेंद्र ने अपनी भांग देने से मना कर दिया। इस पर सोनू और मोहित ने पहले डंडे बरसाने शुरू कर दिए,उसके बाद जमीन पर गिराकर ईंट से प्रहार किए। जिसमें एक आंख भी जख्मी हो गई। मोहित के कपड़े भी खून में सने हुए मिले। जिसकी निशानदेही पर पेचकस और ईंट बरामद कर ली है।