जौनपुर की मड़ियाहूं और मचलीशहर तहसील में 30 गांव के किसानों की लगभग 1000 बीघे में लगी फसल जलमग्न हो गई है। धान की फसल जलमग्न होने के पीछे कच्ची नहर को बांधने का कारण बताया जा रहा है। दरअसल, 15 किलोमीटर लंबी नहर को जगह जगह पर मछली पकड़ने के लिए बांध दिया गया है। जिससे पानी खेतों में आ गया है। मौके पीआर सैकड़ों किसान बंधक खुलवाने के लिए जुटे हुए हैं।
मछली पकड़ने वालों ने बांधा है नहर
जौनपुर के बेलवा बाजार के पास बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए हैं। दरअसल, खेत में पानी जाने की वजह से फसल को नुकसान पहुंच रहा है। मुंशी चौहान बताते हैं कि उनका 5 बीघा खेत है। उन्होंने धान की फसल लगाई हुई है। खेत नहर के पास है। कई जगहों पर नहर को मछली पकड़ने के लिए बांधा गया है। जिसके चलते पानी खेत में आ रहा है। पानी खेत में आने की वजह से उनकी फसल खराब हो रही है।
फसल को हो रहा नुकसान
शोभा यादव के पास लगभग 12 बीघे का खेत है। शोभा ने धान की फसल लगाई हुई है। लेकिन इस वक्त खेत में पानी जाने की वजह से वो चिंतित हैं। वो कहती हैं कि खेत से पानी नहीं निकला तो फसल नुकसान हो जाएगी। किसी तरह वह खेती-बाड़ी कर परिवार का खर्च चलाती हैं । मछली पकड़ने वालों ने नहर को जगह-जगह पर बांध दिया है। जिसके चलते उनके खेत को नुकसान पहुंच रहा है।
अधिकारियों को दी है सूचनाकिसान बताते हैं कि कच्ची नहर की लंबाई लगभग 15 किलोमीटर है। यह नहर समाधगंज से होकर बसुई नदी में जाती है। नहर से लगभग 30 गांव जुड़े हुए हैं। गहनी, मधईपुर , हसनपुर, जमुहां और नादियांव गांव के किसान इससे प्रभावित हैं। बेलांव बाजार के पास बड़ी संख्या में किसान बंधक खुलवाने के लिए जूते हुए हैं। उन्होंने बताया की इसकी सूचना ब्लॉक और जिले के आलाधिकारी को दी गई है।