नई दिल्ली, कॉल की रिकॉर्डिंग करना भारत सहित कई देश में अवैध है. हालांकि अभी भी कई ऐसे स्मार्टफोन उपलब्ध हैं जिससे बिना किसी को पता चले कॉल की रिकॉर्डिंग की जा सकती है. नए स्मार्टफोन कॉल रिकॉर्डिंग फीचर्स के साथ आते तो हैं लेकिन बिना इजाजत के इससे रिकॉर्डिंग नहीं कर सकते. कॉल रिकॉर्डिंग शुरू करते ही जिससे आप बात कर रहे हो उसे इस बात की जानकारी मिल जाती है कि आप कॉल रिकॉर्डिंग कर रहे हैं.
कुछ थर्ड पार्टी ऐप्स को इंस्टॉल करने के बाद लोकेशन और वॉइस की परमिशन को दिए बिना इसे इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. क्या आपकी भी कॉल रिकॉर्डिंग हो रही है? कहीं कोई और कॉल रिकॉर्डिंग तो नहीं सुन रहा है. इसे जानने के लिए फॉलो करें ये टिप्स.
इन तरीकों से पता करें आपकी कॉल रिकॉर्डिंग हो रही है या नहीं
1. आपकी कॉल रिकॉर्डिंग हो रही है या नहीं यह जानने के लिए कॉल रिसीव करते समय सतर्क रहें.
2. कॉल रिसीव करने के बाद अगर बीप की आवाज सुनाई दे, तो समझ जाएं की आपकी कॉल रिकॉर्डिंग हो रही है.
3. बात करते समय अगर कोई कॉल स्पीकर पर डाल दे तो ऐसे में भी कोई कॉल रिकॉर्ड कर सकता है.
4. फोन पर बात करते समय अगर बेवजह आवाज सुनाई दे जो आवाज किसी व्यक्ति की नहीं बल्कि मशीन की तो भी आपकी कॉल रिकॉर्डिंग हो सकती है.
5. अगर स्मार्टफोन बार बार हीट हो, या बिना इस्तेमाल किए भी स्क्रीन ऑन हो जाए तो ऐसे में आपको सावधान हो जाने की जरूरत है.
कोई और तो नहीं सुन रहा आपकी Recording ऐसे करें चेक
कोई और तो नहीं सुन रहा आपकी Recording ऐसे करें चेक
1. किसी ऐप का इस्तेमाल करते समय अगर स्मार्टफोन में ऊपर की तरफ बार-बार माइक दिखे तो समझ जाएगी आपकी रिकॉर्डिंग हो रही है.
2. इस्तेमाल से अधिक डेटा खर्च होने पर इसे नजरअंदाज ना करें. क्योंकि कुछ थर्ड पार्टी ऐप डेटा का इस्तेमाल कर किसी और को आपकी रिकॉर्डिंग भेजता है.
3. नोटिफिकेशन ऑफ करने के बाद भी अगर पॉप-अप दिखे तो ऐसे में भी आपकी रिकॉर्डिंग की जा सकती है.
4. बेवजह किसी भी समय अचानक फ्रंट कैमरा ऑन हो जाने को भी नजरअंदाज ना करें.
5. स्मार्टफोन को साइलेंट मोड पर डालने के कुछ समय बाद अगर खुद से नॉर्मल मोड में आ जाए तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है.
ऐसे करें बचाव
अगर पता चले कि आपकी रिकॉर्डिंग हो रही है तो ऐसे में सबसे पहले स्मार्टफोन से थर्ड पार्टी ऐप्स को इंस्टॉल कर दें. फोन से बैकअप लेने के बाद इसे फैक्ट्री डाटा रिसेट करें. कभी भी स्मार्टफोन में थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल नहीं करें. किसी ऐप को इंस्टॉल करने के बाद परमिशन देते समय टर्म और कंडीशन ध्यान से पढ़ें. स्मार्टफोन में जिस चीज की जरूरत हो उसे ही परमिशन दे. फोन स्विच ऑफ होने में अगर अधिक समय लगे इसे कभी भी नजरअंदाज ना करें.