मथुरा के वृंदावन में चल रही 11 दिवसीय रामलीला के 11 वें रावण वध लीला का आयोजन किया गया। इस दौरान रावण के 40 फीट ऊंचे पुतले का भी दहन किया गया। रावण वध लीला देखने के लिए दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान राम ने जैसे ही तीर चलाया और रावण का पुतला धू-धूकर जला, पूरा लीला स्थल भगवान राम के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
वृंदावन में चल रही 11 दिवसीय रामलीला
श्री रामलीला कमेटी वृंदावन ट्रस्ट के तत्वावधान में श्री रंग जी के बड़े बगीचा मैदान मै चल रही रामलीला में नवम दिवस के अवसर पर रावण वध लीला का मंचन हुआ। यहां 11 दिवसीय रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। रामलीला के नौवें दिन भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और रावण की सेना का युद्ध देख दर्शक रोमांचित हो उठे।
आरती के साथ हुआ लीला का शुभारंभ
नवम दिवस की लीला का शुभारंभ भगवान राम,लक्ष्मण और हनुमान जी की आरती के साथ हुआ। नवम दिवस के अतिथि श्री महंत सुतीक्ष्ण दास महाराज, महंत फूलडोल दास महाराज, संत गोविंदानंद तीर्थ, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश गौतम, गोपाल चतुर्वेदी ने राम दरबार के छवि चित्र का पूजन किया और फिर आरती की। इसके बाद शुरू हुई लीला में मेघनाद वध लीला का मंचन किया गया।
हनुमान जी लाए संजीवनी
युद्ध के दौरान मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण जी को मूर्छित कर दिया गया। जिससे राम जी विचलित हो गए। इसके बाद संकट मोचन हनुमान जी लंका से वैध सुशेन को उनके घर सहित युद्ध भूमि पर ले आए। इसके बाद वैद्य सुशेन द्वारा लक्ष्मण जी की मूर्छा भंग करने के लिए संजीवनी बूटी लाने के लिए कहा। वैद्य सुशेन द्वारा बताए गए उपाय के बाद हनुमान जी संजीवनी बूटी लाए और लक्ष्मण जी की मूर्छा भंग की।
बुराई पर हुई अच्छाई की जीत
नवम दिवस की लीला में बुराई पर अच्छाई की जीत दर्शाई गई। इसके बाद राम की सेना और रावण की सेना में युद्ध हुआ। अंत में भगवान राम के द्वारा चलाए गए अस्त्र से रावण का 40 फीट ऊंचा पुतला धूं धूं कर जल उठा। रावण का पुतला दहन होते ही लीला स्थल भगवान राम के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य संस्थापक आचार्य राम विलास चतुर्वेदी, संस्थापक अध्यक्ष आलोक बंसल,उपाध्यक्ष भीमसेन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दीक्षित, अनिल गौतम संयोजक अलौकिक शर्मा, सुधीर शुक्ला, शुभम अग्रवाल,विनय गोस्वामी, जुगल किशोर कटारे, विजय राघव, ,मनोज अग्रवाल महेश शुक्ला आदि लोग उपस्थित रहे। रावण दहन देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक लीला स्थल पहुंचे।