सत्ता की छांव में सट्टा , लगा रहा भईया लोगों की साख में बट्टा
अक्सर नाजुक मौकों पर जैसे चुनाव , प्रथम आगमन के स्वागत आदि मौकों पर कुछ ऐसे बदनाम और अराजक लोग किसी न किसी माध्यम से बड़ी राजनैतिक हस्तियों के अगल बगल खड़े होकर फ़ोटो बाजी करा लेते हैं जिनकी समाज मे अपनी छवि कुख्यातों जैसी होती है , ये लोग फ्रेम में इसलिए आने को लालाईत रहते हैं ताकि उन तस्वीरों में मौजूद हस्तियों को वो अपने हितानुसार , भौकालनुसार बेंच सके समय समय पर ।
इन कुख्यात लोगों को बड़े नेताओं के बगल में खड़ा करने वाले वो छुटभैये होते हैं जो इन तस्वीरों में अराजक लोगों को खड़ा करवाने की एवज में अपना उल्लू सीधा करलेते हैं और तमाम तरह के लाभ कमाते हैं इन नम्बर दो के धंधेबाजों से । ऐसे में जब समय खराब आता है बड़ी राजनैतिक हस्तियों का या विरोधियों का अच्छा समय आता है तो वो इन तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं इन हस्तियों को हीरो से जीरो बनाने की कवायद में , आलाकमान और मीडिया की नज़रों में गिराने में ।
ठीक ऐसा ही कॉकस है अन्तर्राज्यीय सट्टेबाज आईपीएल गुरु के नाम से मशहूर शुभम गुप्ता और उसके सरपरस्त सत्ताधारी दल के एक नेता का । इस कॉकस के प्रमुख ने पहले तो अपने टैलेंट की दम पर सत्ताधारी दल में इंट्री की , इंटरस्टेट सट्टेबाज की काली कमाई के दम पर एक चुनाव जीतकर मुकाम पाया और बड़े नेताओं के खेमे में अपनी साख जमा ली । धीरे धीरे जिले और जिले में आने वाले राज्य के बड़े बड़े नेताओं के अगल बगल फूल माला लेकर खड़े होकर तस्वीरें फ्रेम कराई और फिर शुरू हुआ इन तस्वीरों और अपने फर्जी रसूख की दम पर करोड़ो की सम्पत्ति बना लेने का सिलसिला ।
कभी कोई मामला फंसा तो अफसरों को सत्ता के बड़े नेताओं से फोन करवा देना भी कोई मुश्किल काम नही रहा इस कॉकस के लिए ।
हाल में जब ये कॉकस अपने कारनामों के चलते चर्चा में आया तो बड़े नेताओं के साथ खिंची इनकी तस्वीरें भी एक एक करके सामने आने लगीं । हमारे पुष्ट सूत्र बताते हैं कि इन तस्वीरों का संज्ञान आलाकमान भी ले चुका है और तस्वीर में मौजूद हस्तियां भी अब चेतने लग गयी हैं । पर ऐसे में भी कॉकस अपने आपको सुधारने के बजाय बेफिक्री से अपने काम मे लगा है , किसकी दम पर लगा है ये राज अभी गर्त में है पर ये दम कितनी देर तक इस कॉकस को बचा पाएगी या लहरा दे पाएगी ये समझना ज्यादा मुश्किल बात नही है और समझदार को बस इशारा ही काफी होता है ।