यूपी में बांग्लादेशी आतंकी नाम बदलकर अपना नेटवर्क बढ़ा रहे थे। यह यूपी में अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट AQIS और जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश JMB से युवाओं को गजवा-ए-हिन्द के उद्देश्य को पूरा करने के लिए जोड़ रहे थे। इन लोगों ने कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों से जकात के नाम पर टेरर फंड जुटाए। साथ ही युवाओं को पैसे का लालच देकर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल किया।
मोबाइल एप के जरिए कोड में करते थे बात
सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए यह लोग कुछ खास मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करते थे। जिनके माध्यम से अपने संगठन में जुड़े और नये लड़कों से बात करते थे। इसके लिए बाकायदा कोड में बात होती थी। इसके लिए संगठन से जुड़ने वालों को बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती थी। इन एप से बात करने पर इनकी लोकेशन ट्रेस नहीं होती थी। न ही बातें रिकार्ड की जा सकती।
अब्दुल्ला तलहा ने यूपी में नाम बदल खड़ा किया नेटवर्क
अब्दुल्ला तल्हा बांग्लादेश का AQIS और IMB से जुड़ा शीर्ष स्तर का आतंकी हैं। इसने अपने आतंकी संगठन और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए यूपी में कट्टरपंथी विचारधारा के व्यक्तियों को धार्मिक आधार पर जोड़ने का काम कर रहा था।
भारतीय सीमा से अवैध रूप से घुसपैठ कर अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा हैं। वह सहारनपुर में 11 माह तक दारे अकरम मदरसे में शिक्षक बनकर रहा था। साथ ही मदरसा संचालक लुकमान को भी संगठन से जोड़ा। वह सहारनपुर में मुफ्ती हुसैन, हरिद्वार में मासूम, भोपाल और बांग्लादेश में जाकिर भाई, समीउल्लाह और अबुतल्हा के नाम से जाना जाता है। इसकी भोपाल NIA, यूपी एटीएस और पश्चिम बंगाल STF तलाश कर रही है।
युवाओं को दी ओली उल्लाह मिलॉन ने आतंकी ट्रेनिंग
14 मार्च 2022 गिरफ्तार ओली उल्लाह मिलॉन भारत में जहूरूडीन, मिलान पठान, सईम, इब्राहिम आदि नाम से यूपी, एमपी और बांग्लादेश में जाना जाता है। बांग्लादेश के गोपालगंज धुरार मुल्ला बारी गांव का रहने वाला ओली उल्लाह मिलॉन JMB का प्रमुख सदस्य है। इसने यूपी में पकड़े गए आतंकी लुकमान, शहजाद, अलीम, कारी मुख्तार को जिहादी ट्रेनिंग दी थी।
इसके साथ ही सामिद अली मियाँ बांग्लादेशी ने ओली के गिरफ्तारी के बाद इन्हें संगठन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल किया और दोबारा ट्रेनिंग शुरू की। यह छह अगस्त को गिरफ्तार किया गया।
भोपाल से मिली यूपी के आतंकियों की सूचना
एटीएस सूत्रों के मुताबिक भोपाल में एनआईए ने 14 मार्च 2022 को आतंकी ओली उल्लाह के बाद मुफक्किर और अकील अहमद शेख की गिरफ्तारी की। उनके पास से ही मिले इनपुट के आधार पर यूपी और उत्तराखंड में नेटवर्क फैला रहे लोगों की धरपकड़ की गई।
मदरसा संचालक की गिरफ्तारी के बाद जुड़ती गई कड़ियां
एटीएस के मुताबिक एनआईए से मिले इनपुट के आधार पर 26 सितंबर को सहारनपुर से सैय्यद मजरा दारे अकरम नाम से मदरसा चलाने वाले लुकमान को गिरफ्तार किया गया। लुकमान के पिता इमरान भगवानपुर रोड गागलहेड़ी में जड़ी बूटी बेचने का काम करते हैं। घर में पत्नी और सात बच्चों के साथ छह भाई रहते हैं।
उसके बाद उससे जुड़े लोगों की धरपकड़ शुरू हुई। जिसमें शामली से कारी सहजाद, सहारनपुर से कारी मुख्तार व अलीम, हरिद्वार से अलीनूर व मुद्दस्सिर, देवबंद से कामिल और नेपाल बार्डर से झारखंड के नवाजिश को पकड़ा गया। यूपी से गिरफ्तार इन आठों लोगों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया गया। इन्हें रिमांड पर लेकर इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जाएगी।