इटली के राष्ट्रीय चुनाव में ब्रदर्स आफ इटली पार्टी को सबसे अधिक वोट मिले हैं जिससे द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद देश की पहली धुर दक्षिणपंथी नीत सरकार के गठन और पार्टी की नेता जियोर्जिया मेलोनी को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त होता नजर आ रहा है। यह जानकारी अब तक के चुनाव परिणामों से सामने आयी है। पूरे यूरोप के दक्षिणपंथी नेताओं ने मेलोनी की जीत और उनकी पार्टी के उभारकी ब्रसेल्स को एक ऐतिहासिक संदेश देने के तौर पर सराहना की।
अब तक के चुनाव परिणामों से पता चलता है कि दक्षिणपंथ की ओर झुकाव रखने वाले गठबंधन ने संसदीय वोट का लगभग 44 प्रतिशत हासिल किया वहीं मेलोनी के ब्रदर्स ऑफ इटली को करीब 26 प्रतिशत वोट मिले हैं। शेष वोट मेलोनी के गठबंधन सहयोगियों ने साझा किये हैं जिसमें मेतियो साल्विनी की प्रवासी विरोधी लीग को लगभग 9 प्रतिशत वोट और पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी के फोर्जा इतालिया को करीब आठ प्रतिशत वोट मिले हैं।
वाम की ओर झुकाव रखने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी और उसके सहयोगियों को लगभग 26 प्रतिशत वोट जबकि 5-स्टार मूवमेंट को लगभग 15 प्रतिशत वोट मिले हैं।5-स्टार मूवमेंट को 2018 के संसदीय चुनावों में वोटों का सबसे बड़ा हिस्सा मिला था। मतदान करीब 64 प्रतिशत दर्ज किया गया जो कि ऐतिहासिक रूप से सबसे कमहै। पोलस्टर्स ने संकेत दिया कि मतदाता विरोध स्वरूप और इसलिए भी मतदान के लिए अपने घरों से नहीं निकले क्योंकि पिछले चुनाव के बाद से तीन सरकारों के गठन के लिए पर्दे के पीछे बनी सहमति के चलते उनका मोहभंग हो गया था।
मेलोनी ने कहा अगर हमें इस देश पर शासन के लिए आमंत्रित किया जाता है तो हम इटली के सभी नागरिकों को ध्यान में रखकर सरकार चलाएंगे। हम यह (इस देश के) सभी नागरिकों को एकजुट करने के उद्देश्य से करेंगे। हमें इटली ने चुना है। हम (देश को) कभी धोखा नहीं देंगे जैसा कि हमने पहले कभी नहीं किया है। सरकार के गठन में अभी भी कई सप्ताह लगेंगे और इसके लिए पार्टी के नेताओं और राष्ट्रपति सर्जियो मटरेला के साथ परामर्श शामिल होगा। इस बीच निवर्तमान प्रधानमंत्री मारियो द्राघी एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भूमिका में बने हुए हैं।