बुलंदशहर जनपद में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर एनआईए और एटीएस की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है।
बुलंदशहर सिटी कोतवाली क्षेत्र के अलावा स्याना खुर्जा और गुलावठी में पीएफआई एजेंटों के ठिकानों पर लखनऊ की टीम ने छापेमारी की है। कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। बुलंदशहर के आधा दर्जन इलाकों में ATS की छापेमारी चल रही है।
ढूंढे जा रहे हैं पीएफआई के एजेंट
बुलंदशहर में पीएफआई एजेंट के ठिकानों पर एनआईए की टीम छापेमारी कर इन्हें ढूंढ रही है। एटीएस लखनऊ ने स्याना के मोहल्ला चौधरियान से एक मौलवी को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि मौलाना को टीम अपने साथ लेकर चली गई है। वहीं बुलंदशहर के मोहल्ला फैसलाबाद से एटीएस लखनऊ की टीम ने दो संदिग्धों को करीब एक घण्टे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि रियाज़ और खालिद को एटीएस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया है।
बुलंदशहर में दीवार फांदकर घुसी ATS एडवोकेट को ले गई
ATS की टीम रात करीब 3.10 बजे बुलंदशहर के कस्बा स्याना में पहुंची। यहां से एक अधिवक्ता अफजल को कस्टडी में लिया जो मेरठ में भी प्रैक्टिस करता है। अधिवक्ता अफजल के पिता के मुताबिक ATS की टीम उनके घर में सीढ़ी से दीवार फांदकर घुसी और बेटे को कस्टडी में लेकर चली गई। उनका बेटा कस्टडी में क्यों लिया गया ये कुछ नहीं बताया।
हालांकि सूत्रों ने बताया कि वकील लंबे समय से PFI से जुड़ा था। मेरठ में पीएफआई दफ्तर पर इसका लगातार आना-जाना था। एटीएस करीब एक साल से इसकी निगरानी कर रही थी। वहीं बुलंदशहर के ही मोहल्ला फैसलाबाद से रियाज और खालिद नाम के 2 शख्स को हिरासत में लिया था। हालांकि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।
लखनऊ की टीम द्वारा कार्रवाई : एसएसपी
बुलंदशहर के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई लखनऊ की टीम द्वारा मिले इनपुट के आधार पर की जा रही है। बुलंदशहर पुलिस का इसमें कोई रोल नहीं है। बताते चलें कि देश भर के 9 राज्यों में एक बार फिर एनआईए ने पीएफआई से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की है। आज की कार्रवाई में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।