हरदोई में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है,यहां मन्नत पूरी होने पर एक किसान ने नवरात्रि के प्रथम दिन दुर्गा मंदिर के प्रांगण में गाजे-बाजे के साथ पहुंचकर भैंस के बच्चे का मुंडन कराया । भैंस के बच्चे का मुंडन कराने के बाद किसान ने गांव के लोगों को दावत भी की जिसमें करीब 300 से अधिक लोग शामिल हुए। इस दावत में किसान ने 95 हजार रुपये खर्च किया ।
मुंडन संस्कार के इस अजीबोगरीब मामले को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई और यह मुंडन संस्कार लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया । भैंस के बच्चे का मुंडन कराने और विधि विधान से दावत के दौर का यह मामला हरदोई जिले के थाना बघौली इलाके के सुन्नी गांव का है। यहां के रहने वाले किसान प्रमोद श्रीवास्तव ने बड़ी धूमधाम से अपनी भैंस के बच्चे का गांव के मां दुर्गा मंदिर प्रांगण में मुंडन करवाया और लोगों को दावत पर भोज कराया। प्रमोद ने इस कार्यक्रम को करने के लिए अपने रिश्तेदारों व ग्रामीणों को निमंत्रण भेजा. जिससे रिश्तेदारों सहित सभी ग्रामीण मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए आए।
इस बारे में प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी भैंस के बच्चे जन्म लेने के बाद मर जाया करते थे,जिससे वह काफी परेशान थे । उन्होंने मां दुर्गा के मंदिर में मुराद मांगी थी कि यदि हमारी भैंस का बच्चा बच गया तो उसका मुंडन संस्कार आप की चौखट पर करवाउंगा, मां दुर्गा की कृपा से प्रमोद की यह मनोकामना पूर्ण हुई जिसके बाद अपने वचन का निर्वहन करते हुए मां दुर्गा की चौखट पर प्रथम नवरात्र के दिन ही भैंस के बच्चे का पूरी शान शौकत के साथ मुंडन कार्यक्रम को संपन्न करवाया । इस दौरान आए हुए मेहमानों और गांव वालों को भोज की व्यवस्था भी करवाई गयी ।जिसमें करीब 300 से अधिक लोगों ने भोजन किया । प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार उन्होंने विधि विधान से कराया और इसके लिए उन्होंने रिश्तेदारों और गांव के लोगों को दावत दी थी। जिसमें उनका करीब 95 हजार रुपया खर्च हुआ है । एक किसान के मनोकामना पूर्ण होने पर भैंस के बच्चे का मुंडन कराने का यह वाकया क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।