पश्चिम क्षेत्र ने पहली पारी में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके फाइनल के पांचवें और अंतिम दिन रविवार को यहां लंच से पहले ही दक्षिण क्षेत्र को 294 रन से करारी शिकस्त देकर दलीप ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। दक्षिण क्षेत्र ने 529 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच के पांचवें और अंतिम दिन अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 154 रन से आगे बढ़ाई और उसकी पूरी टीम 71.2 ओवर में 234 रन पर आउट हो गई।
कल के अविजित बल्लेबाज रवि तेजा ने 53 रन बनाए लेकिन इससे वह हार का अंतर ही कम कर सके। पश्चिम क्षेत्र की तरफ से बाएं हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी ने 51 रन देकर चार विकेट लिए। उनके अलावा जयदेव उनादकट और अतीत सेठ ने दो-दो विकेट हासिल किए। दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाज रवि तेजा और आर साईं किशोर ने लगभग दो घंटे तक पश्चिम क्षेत्र को सफलता नहीं मिलने दी। दक्षिण क्षेत्र के अधिकतर बल्लेबाज चौथे दिन सेठ और उनादकट की तेज गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाए थे जिसके कारण उसकी बड़ी हार निश्चित हो गई थी।
तेजा ने एक छोर से रन बनाए जबकि दूसरे छोर पर साईं किशोर ने उनका अच्छा साथ दिया। उन्होंने 82 गेंद का सामना किया और सात रन बनाए। इन दोनों ने 157 गेंदों पर 57 रन की साझेदारी की। तेजा ने जहां अपनी पारी में एक छक्का और तीन चौके लगाए वही किशोर ने विकेट बचाए रखने को प्राथमिकता दी। मध्यम गति के गेंदबाज चिंतन गजा ने किशोर को प्रियांक पांचाल के हाथों आउट कराकर यह साझेदारी तोड़ी। इसके बाद के गौतम ने भी कुछ देर तक तेजा का अच्छा साथ दिया।
मुलानी ने रवि तेजा को पगबाधा आउट किया जबकि बासिल थंपी (शून्य) आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे। तनुष कोटियान ने गौतम (17) को आउट करके दक्षिण क्षेत्र की पारी का अंत किया। पश्चिम क्षेत्र की इस बड़ी जीत में यशस्वी जायसवाल (दूसरी पारी में 265 रन) और सरफराज खान (दूसरी पारी में 127 रन) तथा उनादकट की अगुवाई वाले गेंदबाजी आक्रमण ने अहम भूमिका निभाई। पहली पारी में 57 रन से पिछड़ने के बाद पश्चिम क्षेत्र ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 585 रन के विशाल स्कोर पर समाप्त घोषित की थी।
पश्चिम क्षेत्र ने अपनी पहली पारी में 270 रन बनाए थे जिसके जवाब में दक्षिण क्षेत्र ने 327 रन बनाकर बढ़त हासिल की थी। इस बीच पश्चिम क्षेत्र के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने जायसवाल को तेजा पर छींटाकशी करने के लिए मैदान से बाहर जाने को भी कहा। जायसवाल को उनकी शानदार पारी के लिए मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। रहाणे ने बाद में जीत का श्रेय सभी खिलाड़ियों को दिया। उन्होंने कहा जिस तरह से सभी ने योगदान दिया वह शानदार था। मैं अभी भविष्य के बारे में नहीं सोच रहा हूं और अधिक से अधिक मैच खेलने पर ध्यान दे रहा हूं। मैं इस सत्र को लेकर काफी उत्साहित हूं जोकि कोविड-19 के बाद पहला पूर्णकालिक सत्र होगा। मैं मुंबई की तरफ से खेलने को लेकर उत्साहित हूं।