वाराणसी जनपद के सारनाथ थाना क्षेत्र में गत दिनों अपना दल युवा मंच के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र पटेल की पिटाई का मामला प्रकाश में आया है। अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के दरबार में पहुंची पीड़ित जिलाध्यक्ष की मां श्यामा देवी ने न्याय की गुहार लगाई। अपने पदाधिकारी की पिटाई और उनके मां श्यामा देवी के आंखों में आंसू देख केंद्रीय मंत्री ने वाराणसी के उच्च अधिकारियों से चलभाष पर वार्ता कर न्याय पूर्ण कार्रवाई किए जाने को कहा। दो बेटों के जेल जानें से मर्माहत मां ने बताया कि उसके बेटे को मारने के बाद उल्टा उसे और उसके भाई को फर्जी कहानी बनाकर जेल भेज दिया गया हैं । जबकि पिटाई वाले दबंग चाचा - भतीजा खुलेआम घूम रहे हैं ।
वाराणसी से मिर्जापुर पहुंची परेशान मां
अपने संसदीय क्षेत्र में अनुप्रिया पटेल के आने की सूचना पर पीड़िता वाराणसी से मिर्जापुर पहुंची । उनके साथ वाराणसी के अपना दल एस के जिलाध्यक्ष डा. नरेन्द्र पटेल के अलावा कई अन्य पदाधिकारी भी थे। श्यामा देवी ने बताया कि उनके बेटे जितेंद्र पटेल को होटल मालिक पवन पाण्डेय और उनके भतीजा हरिओम ने ट्रक खड़ा करने पर 11 सितंबर को पीटा था। पिटाई करने वालों में होटल के कर्मी भी शामिल थे । इसके बाद फर्जी तरीके से पुलिस की मिली भगत से जितेन्द्र और उनके भाई को जेल में बंद कर दिया गया है। उस पर बिना जॉच किए कई आरोप मढ़ते हुए गंभीर धारा लगा दिया गया है ।
सारनाथ पुलिस ने टेका घुटना न्याय हुआ शर्मसार
साथ में आए वाराणसी अपना दल एस के जिलाध्यक्ष डा. नरेन्द्र पटेल ने बताया कि पवन पाण्डेय और उनके भतीजे ने पहले जितेन्द्र पर हमला कर जख्मी किया। ऊपर से पुलिस को अपने पक्ष में खड़ा कर दल के नेता को बिना जॉच किए जेल भेज दिया । तीन होटल के मालिक पवन पाण्डेय के आगे पुलिस ने उसके रुतबे और दबंगई के सामने घुटना टेक कर कानून का अपमान किया है । जिलाध्यक्ष ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने वाराणसी के अपर आयुक्त संतोष सिंह से वार्ता कर निष्पक्ष और समान कानूनी कार्रवाई करते हुए न्याय किए जाने को कहा गया ।
रोते हुए मां ने मांगा न्याय
पुलिस के एक पक्षीय कार्रवाई और अपने दो बेटों को जेल जानें से व्यथित वृद्ध मां श्यामा देवी ने कहा कि मुझे कुछ और नहीं न्याय चाहिए । उसके बेटों को दबंगई और रुपयों के बल पर जेल भेज कर पुलिस ने कानून का मजाक उड़ाया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की हैं।