ब्रिस्टल। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी के कारण भारतीय महिला टीम को गुरुवार को यहां इंग्लैंड से तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में सात विकेट से करारी हार का सामना पड़ा। इंग्लैंड ने इस तरह से तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। उसने पहले टी20 मैच में नौ विकेट से जीत दर्ज की थी जबकि भारत ने दूसरे मैच में आठ विकेट से जीत हासिल करके अच्छी वापसी की थी। लेकिन भारतीय बल्लेबाज तीसरे और निर्णायक मैच में लय बरकरार रखने में नाकाम रहे और भारत पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने आठ विकेट पर 122 रन ही बना पाया।
इंग्लैंड ने 18.2 ओवर में तीन विकेट पर 126 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। अब इन दोनों टीम के बीच रविवार से तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला खेली जाएगी। भारत टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा लेकिन जल्द ही उसका शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया। भारत ने अपने चोटी के पांच बल्लेबाज केवल 35 रन पर गंवा दिए थे। इनमें सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (पांच) स्मृति मंधाना (नौ) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (पांच) के विकेट भी शामिल हैं। सुभिनेनी मेघना और डी हेमलता खाता भी नहीं खोल पाई जबकि स्नेह राणा (आठ) के आउट होने से स्कोर छह विकेट पर 52 रन हो गया।
भारतीय टीम यदि 100 रन के पार पहुंच पाई तो उसका श्रेय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष को जाता है जिन्होंने 22 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 33 रन बनाए। ऋचा के अलावा दीप्ति शर्मा (24) और पूजा वस्त्राकर (नाबाद 19) ही दोहरे अंक में पहुंची। इंग्लैंड की तरफ से सोफी एक्लेस्टोन ने 25 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि सारा ग्लेन ने तीन ओवर में 11 रन देकर दो विकेट हासिल किए। छोटे लक्ष्य के सामने सोफिया डंकले (44 गेंदों पर 49) और डैनी वाइट (22) ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़कर इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाई। इसके बाद एलिस कैप्सी (24 गेंदों पर नाबाद 38) और ब्रायोनी स्मिथ (नाबाद 13) ने 10 गेंद शेष रहते ही इंग्लैंड को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। भारत की तरफ से पूजा वस्त्राकर स्नेह राणा और राधा यादव ने एक-एक विकेट लिया।