शामली में उच्च अधिकारियों के आदेश पर जिले की हर तहसील पर तहसील लेवल के अधिकारियों द्वारा मदरसों की जांच कराई जा रही है। मदरसों की जांच पड़ताल में पता चला कि अधिकतर जनपद में मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं। जो केवल कमेटियों द्वारा ही रजिस्टर्ड हैं। जांच पड़ताल के बाद अधिकारी अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देंगे।
आधार कार्ड से नाम हुआ पंजीकृत
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मदरसों की जांच की जा रही है। जहां पर आज जिलाधिकारी के आदेश पर दो-दो अधिकारियों की टीमें बनाकर मदरसों की जांच कराई जा रही है।
शामली जनपद में जांच-पड़ताल के दौरान पाया गया कि अधिकतर मदरसे बिना सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त के चल रहे हैं। जो केवल संस्थागत रजिस्टर्ड हैं। वहीं मदरसों में पाने वाले छात्रों के आधार कार्ड लेकर नाम पंजीकृत किया जाता है।
बच्चों को दी जाती है धर्म की तालीम
उन्हें केवल धर्म की तालीम दी जाती है। वहीं इस मामले में जांच टीम अधिकारी सदर एसडीम विशु राजा का कहना है कि आज उच्च अधिकारी के आदेशों पर तहसील लेवल के अधिकारियों द्वारा टीम बनाकर तहसीलदार जिले में जन्मे बच्चों की जांच करेंगे।
जहां बच्चों का पंजीकृत कर उन्हें धर्म की तामील दी जा रही है। 11 बिंदुओं को लेकर मदरसों की जांच की जा रही है। ये लोग यहां से बच्चों को पढ़ा कर किसी बड़े मदरसे में पढ़ने के लिए भेजते हैं। यहां केवल बच्चों को धर्म की तालीम दी जाती है।