बरेली में मोबाइल की बैट्री फटने से चारपाई में आग लग गई। इसी चारपाई पर लेटी 8 महीने की बच्ची जलकर बुरी तरह झुलस गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बच्ची ने रविवार शाम को दम तोड़ दिया।
हादसा फरीदपुर के गांव पचौमी में बीते शनिवार को हुआ था। यहां के सुनील कुमार कश्यप के घर में सौर ऊर्जा का पैनल लगा है। इसी पैनल से घर में रोशनी होती है। पैनल से ही शनिवार को लावा कंपनी का मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा था। जिसकी बैट्री फट गई और आग लग गई।
मां ने बताई हादसे की पूरी कहानी
सुनील की पत्नी ने कुसुम ने बताया पति किसी काम से बाहर गए हुए थे। घर में मैं और मेरी 2 वर्ष की बेटी नंदिनी और 8 महीने की बच्ची नेहा थी। मैंने अपनी दोनों बेटियों को अलग-अलग पड़ी चारपाई पर लिटा दिया और शौचालय चली गई।
उन्होंने बताया जिस प्लास्टिक की निवाड़ से बनी चारपाई पर 8 महीने की बच्ची नेहा सो रही थी उसी के पास सौर ऊर्जा के पैनल से मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा था। चार्जिंग के समय अचानक मोबाइल की बैट्री फट गई।
धमाका और बच्ची की चीख सुनकर पहुंची कुसुम
कुसुम के मुताबिक धमाका इतनी तेज हुआ कि बैट्री की आग प्लास्टिक की चारपाई पर गिरी जिससे चारपाई जलने लगी। उस पर लेटी 8 महीने की नेहा जलकर बुरी तरह झुलस गई। धमाके की आवाज और बच्ची की चीख सुनकर मैं दौड़कर पहुंची तो मेरी बेटी जलकर चारपाई से गिर गई थी और चीख रही थी। बमुश्किल बच्ची को चारपाई से उठाया। उसके बाद तुरंत पति को बुलाया और जिला अस्पताल लेकर गए।
रविवार शाम को तोड़ा दम
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने बच्ची देखा। कुसुम का आरोप है डॉक्टरों ने बच्ची के इलाज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। रविवार की शाम को बच्ची की मौत हो गई। मौत के बाद घर में मातम पसर गया। घर में 8 महीने पहले आई खुशियां काफूर हो गईं। बच्ची के पिता सुनील कुमार कश्यप मेहनत मजदूरी करते हैं। परिवार में अब पति पत्नी व 2 साल की बच्ची नंदिनी ही बची है।