भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने शुक्रवार को कहा कि एफआईएच विश्व कप में भारत के पूल में स्पेन की मौजूदगी से लीग चरण ही चुनौतीपूर्ण बन गया है। विश्व में पांचवें नंबर की भारतीय टीम को अगले साल 13 से 29 जनवरी के बीच भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले विश्वकप में इंग्लैंड (विश्व में नंबर छह) स्पेन (विश्व में नंबर आठ) और वेल्स के साथ पूल डी में रखा गया है। भारत ने इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने के अपने अभियान के दौरान इंग्लैंड को 4-4 से ड्रॉ पर रोका था जबकि वेल्स को 4-1 से हराया था।
हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार रीड ने कहा एफआईएच हॉकी विश्व कप और ओलंपिक के पूल चरण के मैच हमेशा मुश्किल होते हैं। वहां प्रत्येक टीम जीत के लिए आती है। हमने हाल में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में इंग्लैंड और वेल्स का सामना किया था और यह मैच काफी कड़े रहे थे। उन्होंने कहा इसके अलावा पिछले 12 महीनों में लगातार सुधार कर रहे स्पेन की मौजूदगी से पहले दौर के मैच काफी कड़े हो जाएंगे। रीड ने कहा इंग्लैंड विश्व स्तरीय टीम है और अभी वह बहुत अच्छी हॉकी खेल रही है।
लेकिन हम भी अच्छा खेल दिखा रहे हैं तथा विश्वकप में खेल के उस क्षण में बने रहना और खेल के प्रत्येक पहलू पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होगा। विश्व कप से पहले भारत 30 अक्टूबर से छह नवंबर के बीच कलिंग स्टेडियम में स्पेन के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग के मैच खेलेगा। भारत भुवनेश्वर में 2018 में खेले गए पिछले विश्वकप में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाया था लेकिन रीड को इस बार इस रिकॉर्ड में सुधार की उम्मीद है। रीड ने कहा यह टीम चार साल पहले खेलने वाली टीम से पूरी तरह भिन्न है तथा इसको अलग तरह का अनुभव हासिल है।
हम विश्वकप को अपने दर्शकों के सामने खेलने के लिए तैयार हैं। विश्व कप में पूल ए में ऑस्ट्रेलिया अर्जेंटीना फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका को जबकि पूल बी में मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम जर्मनी दक्षिण कोरिया और जापान को रखा गया है। नीदरलैंड चिली मलेशिया और न्यूजीलैंड पूल सी में हैं।