मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह ने अगले तीन महीने में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की सीमा में 1000 करोड़ रुपये के इंवेस्टमेंट का प्लान तैयार किया है। नया मुरादाबाद में दो फाइव स्टोर होटल भी इसी प्रोजेक्ट में आने वाले हैं।
कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने बताया कि ताज ग्रुप मुरादाबाद में अपने होटल का प्रस्ताव लेकर आया है। इसके लिए नया मुरादाबाद में ग्रुप ने भूमि चिन्हित की है। इसके अलावा सीएल गुप्ता ग्रुप भी शहर में एक फाइव स्टोर होटल बनाने का प्रस्ताव लेकर प्राधिकरण के पास पहुंचा है। दोनों प्रस्तावों पर प्राधिकरण अपनी ओर से कार्रवाई कर रहा है। इसके अलावा इस रूट पर सड़काें व दूसरी सुविधाओं काे सही करने की कोशिशें भी शुरू हो गई हैं। ताकि निवेश को बढ़ाया जा सके। इन सभी प्रोजेक्ट्स की मानीटरिंग मुरादाबाद के कमिश्नर और विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष आन्जनेय कुमार सिंह खुद कर रहे हैं।
गजरौला में नागपाल ग्रुप का मल्टीप्लेक्स प्रोजेक्ट
गजरौला में भी करीब 250 करोड़ रुपये के निवेश के प्रोजेक्ट प्राधिकरण को मिले हैं। गजरौला भी मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की ही सीमा में आता है। यहां हल्दीराम ने अपना एक्सटेंशन प्लान दिया है। नागपाल ग्रुप की कंपनी ने करीब 250 करोड़ रुपये के निवेश के प्रोजेक्ट दिए हैं। जिसमें आउटलेट्स और मल्टीप्लेक्स शामिल हैं। इसके अलावा भी गजरौला में कई कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स हैं।
निवेशकों को थोड़ी अड़चनें प्राधिकरण द्वारा नक्शे पास नहीं होने की वजह से आ रही है। कमिश्नर ने इस मामले में प्राधिकरण काे सकारात्मक रुख रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि निवेश के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। बता दें कि सप्ताहभर पहले मुरादाबाद आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी विभागों को निवेश का लक्ष्य देकर गए थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि उद्यमियों के साथ नियमित संपर्क में रहें और निवेश को बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएं।
कमिश्नर ने बुलाई NHAI की बैठक
गजरौला में निवेश को लेकर NHAI के कट भी आड़े आ रहे हैं। कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स में निवेश करने वालों को हाईवे से सीधा कट चाहिए। लेकिन हाईवे अथॉरिटी के कट कई-कई किमी के फासले पर हैं। ऐसे में निवेशकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कमिश्नर ने हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों की बैठक कॉल कर ली है।
SEZ को बसाने पर रहेगा जोर
कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि स्पेशल इकोनॉमिक जोन को बसाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए प्राधिकरण अपने स्तर पर सभी जरूरी कदम उठाने जा रहा है। सड़कों से लेकर दूसरी सुविधाओं तक पर काम किया जाएगा। ताकि एसईजेड को आबाद किया जा सके।