आज भी दोहराई जाती है नायक की कहानी

आज भी दोहराई जाती है नायक की कहानी

अनिल कपूर (Anil Kapoor) के फिल्मी करियर की बेस्ट फिल्मों में से एक है नायक  (Nayak). ये एक ऐसी फिल्म में जिसमें संयोग से फिल्म का नायक एक दिन का मुख्यमंत्री बन जाता है और एक दिन के अंदर ऐसे शानदार फैसले लेता है कि करप्शन से त्रस्त जनता प्रभावित होकर पूर्णकालिक मुख्यमंत्री बनाने की मांग करती है. फिल्म का नायक इनकार करता है फिर जनता के दबाव में चुनाव लड़ता है. एस शंकर के निर्देशन में बनी फिल्म 7 सितंबर 2001 को रिलीज हुई थी. नायक के 21 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन इस फिल्म में जिस तरह के डायलॉग और सीन क्रिएट किए गए वह आज भी दोहराते हुए दिख जाते हैं. एक्शन ड्रामा मधुर संगीत से सजी इस फिल्म से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से बताते हैं.


हाल ही में उत्तर प्रदेश में  नायक वाली कहानी दोहराती हुई एक खबर आई. उत्तर प्रदेश में सीएम पोर्टल आईजीआरएस पर एक छात्र ने खुद को एक घंटे का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की तो एक बार फिर लोगों को अनिल कपूर स्टारर फिल्म नायक की याद आ गई. ये पहला मामला नहीं है बल्कि ऐसे मामले पिछले 21 सालों में ना जाने कितनी बार आ चुके हैं और भविष्य में भी आते रहेंगे.


नायक के 21 साल

ऐसे मामले साल 2001 में अनिल कपूर स्टारर नायक की याद दिलाते रहते हैं. फिल्म में अनिल कपूर ने टीवी जर्नलिस्ट शिवाजी राव का रोल किया था. इस फिल्म में अमरीश पुरी मुख्यमंत्री की भूमिका में थे. शिवाजी को एक दिन मुख्यमंत्री का इंटरव्यू लेने का मौका मिलता है इंटरव्यू के दौरान तीखे सवालों के बीच बहस हो जाती है. बात इतनी बढ़ जाती है कि अमरीश पुरी उन्हें एक दिन का मुख्यमंत्री बन कर सत्ता संभालने का चैलेंज दे देते हैं. इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए भ्रष्टाचार दूर करने की कोशिश करते हैं. फिल्म की स्टोरी इतनी दमदार थी कि लोगों को अंदर तक हिला कर रख दिया था.


अनिल कपूर नहीं थे नायक के पहली पसंद

वहीं अपने शानदार अभिनय की बदौलत अनिल कपूर एक दिन का मुख्यमंत्री बन जनता का दिल जीतने में कामयाब हुए थे. अनिल जब-जब स्क्रीन पर आए सिनेमाघर में बैठे दर्शकों ने ताली और सीटी बजाकर उनका स्वागत किया. लेकिन कम लोगों को पता होगा कि अनिल की इस यादगार फिल्म के लिए वह पहली पसंद नहीं थे. इस फिल्म में उन्होंने खुद मांग कर काम लिया था.


नायक ने लोगों के दिल को छू लिया

दरअसल एस शंकर ने जब फिल्म नायक बनाने का फैसला किया तो लीड एक्टर के तौर पर उनकी पहली पसंद आमिर खान या शाहरुख खान थे. अनिल ने मीडिया से बात करते हुए एक बार खुद बताया था कि जब इन दोनों ही एक्टर ने फिल्म करने से मना कर दिया था तो जब इसकी जानकारी मुझे मिली तो मैं खुद ही एस शंकर के पास काम मांगने चला गया. मुझे खुशी है कि मैं इस फिल्म को कर पाया. अनिल को ये अंदाजा तो था कि इस फिल्म की कहानी आम लोगों के दिल को छूने में कामयाब रहेगी लेकिन उन्हें ये अंदाजा नहीं था कि फिल्म को इस तरह बरसों याद रखा जाएगा और कहानी को बार-बार जनता के बीच दोहराया जाएगा.


नायक बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप थी

हालांकि जब नायक रिलीज हुई थी तब उसे बॉक्स ऑफिस पर इतनी सफलता नहीं मिली थी. फिल्म अपनी लागत भी नहीं निकाल पाई थी. लेकिन बाद में इस फिल्म की कहानी के अलावा एक्टर्स के शानदार अभिनय की वजह से कल्ट फिल्मों का दर्जा मिला. इस फिल्म के नायक की तरह अक्सर लोग एक दिन का मुख्यमंत्री बनने की मांग करते रहते हैं.


नायक का सीक्वल बनेगा कभी ?

अनिल कपूर और अमरीश पुरी के अलावा इस फिल्म में रानी मुखर्जी जॉनी लीवर पूजा बत्रा परेश रावल सौरभ शुक्ला के अलावा गेस्ट अपीयरेंस में सुष्मिता सेन भी थीं. ए आर रहमान के निर्देशन में फिल्म का संगीत भी जबरदस्त था फिल्म की सिनेमैटोग्राफी के वी आनंद ने की. इस फिल्म के सीक्वल बनाने की कई बार बात हो चुकी है.

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