दुबई। विराट कोहली ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में श्रृंखला हारने के बाद टेस्ट कप्तानी अचानक छोड़ने के उनके फैसले के बाद उन्हें सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने मैसेज किया। उन्होंने उन लोगों को भी आड़े हाथों लिया जो टीवी पर बात करते हैं लेकिन उनकी मदद के लिये कभी संपर्क नहीं किया। कोहली ने टी20 कप्तानी भी खुद छोड़ी लेकिन वनडे कप्तानी उनसे छीनी गई। कोहली ने जनवरी में टेस्ट कप्तानी छोड़कर सभी को चौंका दिया था
पिछले 12 महीने से अपने फॉर्म को लेकर आलोचना झेल रहे कोहली ने धोनी के फोन और उनके साथ अपने खास लगाव के बारे में मीडिया से बात की। एशिया कप में पाकिस्तान से मिली हार के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने कहा एक बात मैं आपको बताऊं कि जब मैने टेस्ट कप्तानी छोड़ी तो सिर्फ एक व्यक्ति का मुझे मैसेज आया और वह थे महेंद्र सिंह धोनी। उन्होंने कहा कई लोगों के पास मेरा नंबर है और कई लोग टीवी पर राय देते हैं लेकिन जिन लोगों के पास मेरा नंबर है उनमें से किसी और ने मुझे मैसेज नहीं किया।
एशिया कप में लगातार दूसरा अर्धशतक जड़कर फॉर्म में लौटे कोहली अपने पहले कप्तान धोनी का काफी सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा जब किसी के लिये सम्मान है और उससे लगाव हो तो वह ऐसा ही होता है क्योंकि दोनों ओर सुरक्षा का भाव है। मैने उनके साथ खुद को असुरक्षित महसूस नहीं किया और वह भी मेरे साथ ऐसा महसूस नहीं करते थे। कोहली ने कहा मैं इतना ही कहूंगा कि अगर मुझे किसी को कुछ कहना है तो मैं व्यक्तिगत तौर पर उससे संपर्क करूंगा अगर उसे मदद की जरूरत है।
पूरी दुनिया के सामने राय देने की मेरी नजर में कोई अहमियत नहीं है। अगर आप मेरी मदद करना चाहते हैं तो मुझे व्यक्तिगत तौर पर बता सकते हैं। कोहली ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा संभवत: महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर की ओर था जिन्होंने कहा कि अगर वह कोहली के साथ 20 मिनट बिता लें तो उन्हें खराब फॉर्म से निकलने की सलाह दे सकते हैं। कोहली ने बताया कि एक महीने के ब्रेक के दौरान उन्होंने बल्ले को छुआ भी नहीं।
उन्होंने कहा मैं 14 साल से खेल रहा हूं और यह ऐसे ही नहीं होता। मेरा काम अपने खेल पर कड़ी मेहनत करना है और मैं हमेशा टीम के लिये ऐसा करना चाहता हूं और करता रहूंगा। उन्होंने कहा हर कोई अपना काम कर रहा है। हमारा काम खेलना मेहनत करना और अपना 120 प्रतिशत देना है। मैंने पहले भी कहा है कि जब तक मैं ऐसा कर पा रहा हूं और टीम को मुझ पर भरोसा है चेंज रूम में जो होता है हमारे लिये वही मायने रखता है। खास तौर पर मेरे लिये।
कोहली ने कहा लोगों की अपनी राय होती है और मुझे उससे कोई परेशानी नहीं। इससे एक व्यक्ति के तौर पर मेरी खुशियों पर असर नहीं पड़ता। मैने थोड़ा समय लेकर चीजों को ठीक किया। मैं अब काफी सुकून महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा मैं खुद पर अपेक्षाओं का इतना दबाव नहीं डाल सकता। मुझे अपने खेल का आनंद भी लेना है। मैने दबाव के लिये खेलना शुरू नहीं किया था। उन्होंने कहा ब्रेक के बाद खेल को लेकर मेरा रोमांच फिर लौट आया है। जब मैं लौटा तो सभी ने मेरा स्वागत किया।
लड़कों के बीच गजब का तालमेल है और टीम का माहौल बहुत अच्छा है।मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं। कोहली ने बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह का भी बचाव किया जिन्होंने पाकिस्तानी बल्लेबाज आसिफ अली का कैच 18वें ओवर में छोड़ा। उन्होंने कहा दबाव में गलतियां हो जाती है। यह बड़ा मैच था और हालात कठिन थे। मुझे याद है कि चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ मैने शाहिद अफरीदी की गेंद पर खराब शॉट खेला।
मैं अगले दिन सुबह पांच बजे तक छत की तरफ देखता रहा और सो ही नहीं सका। उन्होंने कहा मुझे लगा कि मेरा कैरियर खत्म हो गया है। इस तरह का सोचना स्वाभाविक है। लेकिन टीम प्रबंधन और कप्तान को टीम का अच्छा माहौल बनाने का श्रेय जाता है। जब माहौल अच्छा होता है तो आप गलती से सीखकर आगे बढते हैं।