Starbucks ने भी भारतवंशी को ही चुना अपना CEO पुणे के लक्ष्मण का ये सफर जानते हैं आप?

Starbucks ने भी भारतवंशी को ही चुना अपना CEO पुणे के लक्ष्मण का ये सफर जानते हैं आप?

एक और भारतीय ने अपने टैलेंट से इंटरनेशनल कंपनी का शीर्ष पद हासिल किया है। स्टारबक्स ने भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन को अपना अगला चीफ एक्सीक्यूटिव ऑफीसर (सीईओ) नियुक्त किया है। दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी श्रृंखला का पुन: निर्माण करने के लिए उन्हें ये जिम्मेदारी दी गई है। नरसिम्हन इससे पहले ब्रिटेन की स्वास्थ्य एवं पोषण कंपनी रेकिट बेनकिसर के सीईओ थे जो ड्यूरेक्स कंडोम इनफैमिल बेबी फॉर्मूला बनाती है। स्टारबक्स ने लक्ष्मण नरसिम घोषणा की कि 55 वर्षीय नरसिम्हन (स्टारबक्स) कंपनी के अगले सीईओ होंगे और वह स्टारबक्स के निदेशक मंडल के सदस्य भी होंगे। नरसिम्हन 1 अक्टूबर 2022 से आगामी सीईओ के तौर पर कंपनी से जुड़ेंगे और वह अंतरिम सीईओ हॉवर्ड शुल्ट्ज के साथ काम करेंगे। वह निदेशक मंडल में और नेतृत्व भूमिका में 1 अप्रैल 2023 से आएंगे।


कितनी मिलेगी सैलरी?


स्टारबक्स के सीईओ के तौर पर लक्ष्मण को एक बड़ा पैकेज ऑफर किया गया है। कंपनी उन्हें करीब 10.37 करोड़ रुपये का पैकेज दे रही है। करीब 86 लाख रुपये हर महीने उनकी सैलरी होगी। नए सीईओ को 1.5 मिलियन डॉलर (12 करोड़ रुपये) के नकद हस्ताक्षर बोनस के साथ-साथ 9.25 मिलियन डॉलर (लगभग 73 करोड़ रुपये) के लक्ष्य मूल्य के साथ एक प्रतिस्थापन इक्विटी अनुदान भी मिलेगा।  वित्तीय वर्ष 2023 से शुरू होकर नरसिम्हन $ 13.6 मिलियन (107 करोड़ रुपये से अधिक) के बराबर वार्षिक इक्विटी पुरस्कारों के लिए भी पात्र होंगे। सीईओ के रूप में अपना नया पद ग्रहण करने के लिए नरसिम्हन को लंदन से सिएटल स्थानांतरित करना होगा जहां कंपनी का मुख्यालय है। उनकी नियुक्ति 1 अक्टूबर 2022 से प्रभावी है। स्टारबक्स कॉफी कंपनी के दुनिया भर में 34000 स्टोर हैं और यह विशेष कॉफी का प्रमुख रोस्टर और खुदरा विक्रेता है।


स्टारबक्स न्यूज के सीईओ कौन हैं?


नरसिम्हन का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था और उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। इस साल मई में द संडे टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उनका बचपन कठिनाईयों से भरा रहा। उनके पिता ने एक मशीन सेवा व्यवसाय स्थापित किया जो अमेरिका को पुर्जों की आपूर्ति करता था।


कितना अनुभव है नरसिम्हन को? 


नरसिम्हन ने पेप्सीको में वैश्विक मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी के रूप में भी काम किया है। लैटिन अमेरिका यूरोप और अफ्रीका में कंपनी के संचालन का नेतृत्व किया है। इस कंपनी में उन्होंने 2012 से लेकर 2019 तक काम किया था। नरसिम्हन ने कन्सल्टिंग फर्म मैकिन्जी एंड कंपनी में एक सीनियर पार्टनर के रूप में भी काम किया। नरसिम्हन ने कन्सल्टिंग फर्म मैकिन्जी एंडी कंपनी में एक सीनियर पार्टनर के रूप में भी काम किया है। जहां उन्होंने अमेरिका एशिया और भारत में अपने उपभोक्ता खुदरा और टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट्स पर काम किया था। नरसिम्हन ने 1993 से लेकर 2012 तक पेप्सिको में कई अलग-अलग पदों पर काम तिया और इस दौरान वो इसके डायरेक्टर भी थे।


अमेरिकी कंपनियों के भारतीय मूल के सीईओ


1. गूगल एलएलसी और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई


सुंदर पिचाई का जन्म केरल के मदुरै में हुआ था। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-खड़गपुर) से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद वर्ष 2004 में अपने करियर की शुरूआत की थी। वह वर्ष 2015 में गूगल के सीईओ बन गए थे।


2. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला


माइक्रोसॉफ्ट का कंप्यूटिंग मंच बनाने और चलाने की जिम्मेदारी के बाद हैदराबाद में जन्मे सत्य नडेला वर्ष 2014 में स्टीव बामर के बाद माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने थे।


3. ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल


ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी के पद से हटने के बाद आईआईटी-बंबई के स्नातक पराग अग्रवाल को नवंबर 2021 में सोशल मीडिया मंच का मुख्य कार्यकारी नामित किया गया था।


4. शनेल की सीईओ लीना नायर


एक्सएलआरआई-जमशेदपुर की पूर्व छात्र लीना नायर को 2016 में यूनिलीवर के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें जनवरी 2022 में फ्रांस के फैशन ब्रांड शनेल की सीईओ के रूप में चुना गया।


5. आईबीएम समूह के सीईओ अरविंद कृष्णा


आईआईटी-कानपुर के पूर्व छात्र अरविंद कृष्ण दो दशक से अधिक समय से आईबीएम के साथ हैं। उन्होंने जनवरी 2020 में आईबीएम समूह के सीईओ के रूप में वर्जीनिया रोमेट्टी की जगह ली।


6. एडोब इंक के सीईओ शांतनु नारायण


हैदराबाद में जन्म लेने वाले शांतनु ने 1998 में अडोबी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट का पदभार संभाला था। जिसके बाद साल 2005 में सीओ और साल 2007 में सीईओ बने।


फेहरिस्त है लंबी


लीना नायर 2016 में यूनिलीवर की चीफ एचआर ऑफीसर नियुक्त हुई थीं। अजय पाल सिंह बंगा 2010 में मास्टरकार्ड के अध्यक्ष औऱ सीईओ नियुक्त हुए। जयश्री उल्ला 2008 से अरिस्टा नेटवर्क्स की सीईओ हैं। 

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