बेंगलुरू। प्रतिभावान बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक लगाया जबकि कुलदीप यादव ने काफी नियंत्रित गेंदबाजी की जिससे रविवार को यहां भारत ए और न्यूजीलैंड ए के बीच पहला अनाधिकृत क्रिकेट टेस्ट ड्रा रहा। न्यूजीलैंड ए ने दूसरी पारी में चार विकेट पर 133 रन बनाये जिसके बाद मैच खत्म हो गया। इससे पहले भारत ए के कप्तान प्रियांक पंचाल ने पहली पारी छह विकेट पर 571 रन पर घोषित की थी। इसमें तिलक 183 गेंद में 121 रन बनाकर पारी के तीसरे शतकवीर रहे। भारतीय गेंदबाजी में शानदार चीज कुलदीप यादव की गेंदबाजी रही उन्होंने दूसरी पारी में 22 ओवर में 38 रन देकर दो विकेट झटके।
मैच ड्रा की ओर बढ़ रहा था लेकिन बायें हाथ के इस कलाई के स्पिनर ने पहली पारी की तुलना में काफी नियंत्रण और सटीकता से गेंदबाजी की। पहली पारी में उन्होंने 34 ओवर में 119 रन देकर एक विकेट झटका था। उन्होंने न्यूजीलैंड ए के दांये हाथ के सलामी बल्लेबाज चाड बॉवेस (20 गेंद में पांच रन) को बेहतरीन बायें हाथ की स्पिन गुगली से अपना शिकार बनाया। बॉवेस रक्षात्मक स्ट्रोक खेलने के लिये आगे हुए लेकिन गेंद टर्न होकर उनके बल्ले को चूमती हुई स्लिप में खड़े रूतुराज गायकवाड़ के हाथों में समां गयी।
उन्होंने मार्क चैपमैन को भी आउट किया लेकिन उन्होंने जिस तरह से अपनी गेंदों की गति में विविधता दी यह देखना शानदार था। मैच में अहम चीज यह रही कि कुलदीप ने मैच में कुल 56 ओवर डाले। वह बचे हुए दो में से कम से कम एक टेस्ट में और खेलेंगे क्योंकि राहुल चाहर को भी एक मैच दिया जायेगा। इसके बाद कुलदीप उत्तर प्रदेश के लिये घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद बांग्लादेश दौरे पर जायेंगे। तिलक ने भारत ए पदार्पण में चमकदार प्रदर्शन किया। अपने इस पहले अनाधिकृत टेस्ट से पहले उन्होंने केवल चार प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 90 रन का था।
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के लिये खेलकर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया उन्होंने पारी के दाौरान नौ चौके और छह छक्के जमाये। मैच में अभिमन्यु ईश्वरन (132 रन) ने नयी गेंद के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और बड़े स्कोर की नींव रखी जबकि रजत पाटीदार (176 रन) ने न्यूजीलैंड ए के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ायीं। लेकिन तिलक के प्रयास को कम नहीं कहा जा सकता कि टीम मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी थी और दबाव कम था।